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5 दिन, 2 पत्थरबाजी और 4 बार डिरेल… रेल से मौत के खेल की यह कैसी साजिश, भारत की लाइफ लाइन पर किसकी नजर

इंडियन रेल करोड़ों भारतीयों की लाइफ लाइन है. हर दिन करोड़ों लोग अलग-अलग ट्रेनों से सफर करते हैं. ट्रेनों से सफर को अन्य की तुलना में काफी सेफ सफर माना जाता है. मगर भारत की लाइफ लाइन को अब किसी की नजर लग गई है. पर्दे के पीछे कोई दुश्मन है, जो ट्रेनों को बार-बार टारगेट कर रहा है. कोई तो है जो रेल से मौत के खेल की साजिश रच रहा है. कानपुर से लेकर अजमेर तक में ट्रेन को बेपटरी करने की बड़ी साजिश सामने आई है. कानपुर में रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर मिलने के बाद अब राजस्थान के अजमेर जिले में रेलवे ट्रैक पर अलग-अलग जगहों पर करीब एक क्विंटल के सीमेंट ब्लॉक मिले हैं. दिल्ली-हावड़ा रेल खंड को ही सबसे अधिक टारगेट किया जा रहा है.

यहां गौर करने वाली बात है कि बीते 6 दिनों में इंडियन रेलवे के साथ 5 अप्रिय घटनाएं हो चुकी हैं. पिछले 6 दिनों में 2 पत्थरबाज़ी की घटनाएं और 3 रेलवे ट्रैक को डिरेल करने की कोशिशें हुई हैं. हालांकि, अब तक दुश्मन अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए हैं. मगर यह भी हकीकत है कि कोई तो है जो रेल से मौत का खेल खेलना चाह रहा है. इन 6 घटनाओं के अलावा, रेलवे में इस साल ऐसे कई हादसे हुए हैं, जहां ट्रैक पर कुछ रखे होने की वजह से ड्राइवर को इमरजेंसी ब्रेक लगानी पड़ी है या फिर कई बार ट्रेन बेपटरी हुई है. केवल राजस्थान में एक महीने में तीसरी बार ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश हुई है. इससे पहले 28 अगस्त को बारां के छबड़ा में मालगाड़ी के ट्रैक पर बाइक का स्क्रैप फेंका गया था, जिसमें इंजन बाइक के कबाड़ से टकरा गया. हालांकि, अब इन साजिशों से पर्दा उठाने के लिए जांच तेज हो चुकी है. तो चलिए जानते हैं बीते 6 दिनों में भारतीय रेलवे के साथ क्या-क्या हुआ?

4 सितंबर, 2024: वाराणसी स्टेशन से रवाना होने के कुछ देर बाद ही लखनऊ से पटना जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर हमला हुआ. वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंके गए थे. इससे ट्रेन की खिड़कियों को काफी नुकसान पहुंचा. गनीमत रही कि यात्रियों या कर्मचारियों में से कोई भी घायल नहीं हुआ. अधिकारियों ने इस घटना के पीछे के कारणों की जांच शुरू कर दी है.

5 सितंबर, 2024: रांची से पटना जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस को झारखंड के हजारीबाग में इसी तरह से निशाना बनाया गया. ट्रेन पर पत्थर फेंके गए, जिससे कई खिड़कियों को नुकसान पहुंचा. रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने एक एफआईआर दर्ज की है और इस पत्थरबाजी वाले पैटर्न की जांच शुरू कर दी है

5 सितंबर, 2024: 5 सितंबर की शाम को कुरडुवाड़ी रेलवे स्टेशन के पास एक बड़ा हादसा होते-होते बचा. एक सिग्नल पॉइंट के पास ट्रैक पर जानबूझकर एक फाउलिंग मार्क स्लैब रखा गया था. सतर्क लोको पायलट ने समय रहते ट्रेन को रोक लिया और हादसा होने से बचा लिया. इसके बाद उसने तुरंत अधिकारियोों को सूचित किया औरअधिकारियों ने जल्दी से अवरोध को हटा दिया. इस घटना की भी जांच चल रही है.

7 सितंबर, 2024: इंदौर-जबलपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस के दो कोच संदिग्ध परिस्थितियों में जबलपुर स्टेशन के पास डिरेल हो गए. डिरेलमेंट की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है, क्योंकि घटना की असामान्यता रेलवे संचालन पर प्रभाव डालने वाले हाल के अन्य व्यवधानों के बीच संभावित गड़बड़ी की चिंता पैदा करती है.

8 सितंबर, 2024: राजस्थान के अजमेर जिले में रविवार को पटरियों पर सीमेंट के ब्लॉक डालकर एक मालगाड़ी को पटरी से उतारने की कोशिश की गई. हालांकि, कोई अप्रिय घटना नहीं घटी. रेल अधिकारियों की मानें तो कुछ बदमाशों ने रविवार को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में पटरी पर सीमेंट के दो ब्लॉक रख दिए, जिन्हें एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी. लेकिन कुछ अप्रिय नहीं हुआ. यह घटना फुलेरा-अहमदाबाद ट्रैक पर सरधना और बांगड़ स्टेशनों के बीच घटी. फ्रेट कॉरिडोर के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है.

9 सितंबर, 2024: प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के साथ मौत का खेल खेलने की साजिश रची गई. कालिंदी एक्सप्रेस ट्रैक पर रखे एलपीजी सिलेंडर से उड़ाने की साजिश थी. मगर सिलेंडर से ट्रेन टकराई मगर गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ. सिलेंडर कानपुर में ट्रैक पर रखा गया था. ट्रेन से टकराने के बाद सिलेंडर ट्रैक से बाहर चला गया और लोको पायलट ने समय पर आपातकालीन ब्रेक लगा दिए. पुलिस को घटनास्थल से पेट्रोल और माचिस मिलीं, जो स्पष्ट रूप से आपराधिक इरादे को दर्शाती हैं. इस मामले की जांच जारी है.