हवाई टैक्सी से यात्रा एक वास्तविकता होगी. आप आईजीआई एयरपोर्ट या कहीं और से भी एयर टैक्सी से आ जा सकेंगे. यह बात एशिया प्रशांत क्षेत्र में नागरिक उड्डयन मंत्रियों के सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा है. पीएम मोदी लगातार कह रहे हैं कि देश में उन्नत हवाई परविहन के लिए तैयार हो रहा है. पीएम का जोर है कि देश में हवाई यात्रा आम आदमी के लिए सुरक्षित और किफायती दरों पर उपलब्ध हो. पीएम के मुताबिक, ‘हवाई टैक्सी के आने के बाद अपार नौकरियां और रोजगार पैदा होंगे.’ ऐसे में जानते हैं कि भारत में कब से एयर टैक्सी शुरू हो सकती है? इसके आने के बाद सड़क परिवहन व्यवस्था कितना बदल जाएगा?
अगर बात दिल्ली-एनसीआर की करें तो आज से 20-25 साल पहले यहां बसें, ऑटो ही आम आदमी के परिवहन का मुख्य जरिया हुआ करता था. बाद में मेट्रो आई और दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग क्षेत्रों को जोड़ दिया. मेट्रो का विस्तार धीरे-धीरे देश के कई बड़े शहरों जैसे लखनऊ, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु और पटना जैसे शहरों में भी हुआ. लेकिन, अब देश में हवाई टैक्सी शुरू करने की बात शुरू हो गई है. कहा जा रहा है कि इस साल के आखिर में देश के कुछ शहरो में टैक्सी सेवाएं शुरू हो जाएंगी.
सड़क परिवहन और मेट्रो सेवा को लोग भूल जाएंगे
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो शुरुआत मे इस सेवा के शुरू हो जाने के बाद नई दिल्ली के कनॉट प्लेस से गुरुग्राम आप सिर्फ 7 मिनट में पहुंच सकते हैं. इसके लिए आर्चर एविशन 200 इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेकऑफ एंड लैंडिंग एयरक्रॉफ्ट उपलब्ध कराएगा. इस एयर टैक्सी में पायलट सहित पांच व्यक्ति यात्रा कर सकेंगे. शुरुआती चरण में इंटरग्लोब एविएशन और आर्चर एविएशन के ज्वाइंट वैंचर का इरादा नई दिल्ली के साथ ही मुंबई और बेंगलुरु में भी अपनी सेवाएं देने का है. हालांकि, इस सेवा के लिए 2,000 से 3,000 रुपये का किराया हो सकता है.
उपभोक्ता और परिवहन मामलों के जानकार सुनील त्यागी न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं, ‘देखिए, एयर टैक्सी सेवाओं को लेकर पीएम मोदी का हालिया बयान काफी अहम है. इसे शहरी परिवहन व्यवस्था को और दुरुस्त करने की कवायद के तौर पर देखा जाना चाहिए. पिछले कुछ सालों से दिल्ली सहित कई मेट्रो शहरों में सड़कों पर वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण ट्रैफिक जाम और भीड़भाड़ आम बात हो गई है. ऐसे में इलेक्ट्रिक वीटीओएल विमान सबसे अच्छे विकल्पों में से एक हो सकते हैं. यह सेवा यात्रियों के लिए तेज, शांत और पर्यावरण के अनुकूल हो सकते हैं.’
क्या कहते हैं जानकार
त्यागी आगे कहते हैं, ‘ डीजीसीए का लक्ष्य है 2026 तक दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु में हवाई टैक्सी शुरू करना है. इसके बाद चेन्नई और हैदराबाद के लिए विस्तार करने की योजना है.हालांकि, शुरुआत में हवाई टैक्सी सेवाओं का लाभ लेने वालों की लागत सड़क परिवहन की लागत से कहीं अधिक होगी. डीजीसीए ने एक-दो दिन पहले ही इसको लेकर एक दिशा निर्देश जारी किया था, कि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हवाई टैक्सियां बिना किसी रुकावट के सुरक्षित रूप से उड़ान भर सकें और उतर सकें.
त्यागी के मुताबिक, ‘यह सेवा इस बात पर भी निर्भर करेगा कि अंतिम मील कनेक्टिविटी और लागत कितनी होगी. यदि पिक अप और ड्रॉप ऑफ पॉइंट यात्रियों के अंतिम गंतव्य से काफी दूरी पर होंगे तो यह अच्छी और सुविधाजनक होने के बावजूद यात्रियों की पहली पसंद नहीं बन सकेंगी. यदि इसका किराया परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में अधिक होगा तो इसका उपयोग वही लोग कर सकेंगे, जिनकी आय अधिक होगी.’