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नसरल्लाह का जनाजा, जुमे की नमाज और खामेनेई की एंट्री… पर सस्पेंस है बड़ा, मातम भी नहीं मना पा रहा हिजबुल्लाह

इजरायल-ईरान जंग के बीच आज यानी शुक्रवार का दिन काफी अहम है. एक ओर जहां हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह का अंतिम संस्कार होगा, वहीं दूसरी ओर ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई का पहला संबोधन है. हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की हत्या से मची खलबली के बीच उसके जनाजे को लेकर डर का माहौल है. नसरल्लाह को आज यानी शुक्रवार को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. हसन नसरल्लाह बेरूत के हेडक्वार्टर में अपने बंकर में इजरायली एयरस्ट्राइक में मारा गया था. इजराइल ने जिस तरह से हिजबुल्लाह में सेंध लगाई, उससे उसके नेता और समर्थक हैरान हैं.

इजरायली मीडिया रिपोर्ट की मानें तो हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्ला का अंतिम संस्कार शुक्रवार को होगा. हालांकि, उसके जनाजे को लेकर अब भी सस्पेंस के बादल मंडरा रहे हैं. सबकुछ काफी गोपनीय तरीके से हो रहा है. हसन नसल्लाह के शव पर भी अब तक सस्पेंस है. हिजबुल्लाह के अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि इजरायली हमले और हिजबुल्लाह पर और हमलों के डर से ईरान के समर्थन वाले हिजबुल्लाह को नसरल्ला के धार्मिक और नेतृत्व के कद के अनुसार राष्ट्रव्यापी अंतिम संस्कार के आयोजन से भी रोका गया है. यानी इजरायल के डर से नसरल्लाह का अंतिम संस्कार भी काफी गोपनीय रखा गया है.

हिजबुल्लाह और ईरान पर इजरायली अटैक का खतरा लगातार बना हुआ है. इजरायल लेबनान में लगातार बम बरसा रहा है. यही वजह है कि हिजबुल्लाह अब कोई भी कदम फूंक-फूंककर उठा रहा है. हिजबुल्लाह के एक सूत्र ने कहा, ‘इन परिस्थितियों में कोई भी अंतिम संस्कार को अधिकृत नहीं कर सकता है.’ हिजबुल्लाह के अधिकारी का कहना है कि उसे इस परिस्थिति पर काफी दुख है क्योंकि उसके अधिकारी और धार्मिक नेता इजरायल के डर से हसन नसरल्लाह को उचित सम्मान देने के लिए आगे नहीं आ सकते.

इजरायल के डर से नहीं मना रहे मातम?
हसन नसरल्लाह का जनाजा निकलेगा या नहीं, इस पर भी सस्पेंस है. इसकी वजह है कि पिछले हफ्ते मारे गए कई हिजबुल्लाह कमांडरों को सोमवार को गुप्त रूप से दफना दिया गया. दावा किया जा रहा है कि जब संघर्ष समाप्त होगा तब मारे गए हिजबुल्लाह लड़ाकों और नेताओं के लिए उचित धार्मिक समारोह का आयोजन किया जाएगा. वहीं, लेबनान के चार सूत्रों ने कहा कि हिजबुल्ला नसरल्ला को अस्थायी रूप से दफनाने के लिए एक धार्मिक फरमान हासिल करने और स्थिति अनुकूल होने पर आधिकारिक अंतिम संस्कार करने के विकल्प पर विचार कर रहा है.
ईरान ही नहीं, इराक भी है विकल्प
अबू धाबी स्थित द नेशनल पर छपी एक लेख के अनुसार, इस बात को लेकर भी अटकलें जारी हैं कि आखिर हसन नसरल्लाह को कहां दफनाया जाएगा. कुछ रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि उसे लेबनान सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा तो कुछ रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि उसे इराक में दफनाया जाएगा. हालांकि, अभी हिजबुल्लाह या ईरान ने इसे लेकर दुनिया के सामने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. इराकी अधिकारियों और स्थानीय मीडिया ने संकेत दिया है कि नसरल्लाह को बगदाद के दक्षिण में कर्बला में इमाम हुसैन दरगाह में दफनाया जा सकता है, क्योंकि वह शिया समुदाय के भीतर एक अहम शख्सियत था..
कहां दफन होगा नसरल्लाह का शव?
इराकी प्रधानमंत्री मुहम्मद शिया अल सुदानी के सलाहकार अब्दुल अमीर अल तीबान ने एक्स पर पोस्ट किया कि नसरल्लाह को कर्बला में इमाम हुसैन के बगल में दफनाया जाएगा. हालांकि, तेहरान में ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई के शुक्रवार से पहले के एक संदेश ने प्रतीकात्मक दफन की अटकलों को जन्म दिया है. माना जा रहा है कि सुप्रीम लीडर आज देश को संबोधित करेंगे. ईरान इंटरनेशनल के मुताबिक, तेहरान की मेट्रो और बस कंपनिया आज होने वाली शुक्रवार की नमाज समारोह में शामिल होने वालों के लिए मुफ्त परिवहन सुविधा देगी, जिसका नेतृत्व ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई करेंगे. खामेनेई लगभग पांच वर्षों में पहली बार नमाज का नेतृत्व करेंगे.

सस्पेंस ही सस्पेंस
आज का दिन इसलिए भी खास है, क्योंकि जब से हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया है, तब से ही सुप्रीम लीडर सीक्रेट जगह पर छिपे हुए हैं. नसरल्लाह की मौत के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से बाहर आएंगे. बदले में ईरान ने भी इजरायल पर 200 मिसाइलों से हमला किया था. उसके 72 घंटे से अधिक हो चुके हैं. अब सवाल है कि अब तक नसरल्लाह का शव कहां है. जब हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर बमों की बरसात हुई तो नसरल्लाह के शव का क्या हुआ? हिजबुल्लाह के पास उसका शव है भी या नहीं, या फिर वह सांकेतिक तौर पर उसे सुपुर्द-ए-खाक करेगा. आज सभी सस्पेंस से पर्दा हट सकता है.