आस्था

बस्तर में नवरात्रि की धूम, 52 शक्तिपीठों में से एक दंतेश्वरी देवी का मंदिर, यहां पूरी होती है हर मनोकामना

छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी शारदीय नवरात्रि धूमधाम से मनाया जा रहा है. बस्तर की आराध्य देवी माई दंतेश्वरी के मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगना शुरू हो गय. रियासतकाल से ही माई दंतेश्वरी के प्रति लोगों की काफी गहरी आस्था जुड़ी हुई है. यही वजह है कि छत्तीसगढ़ से ही नहीं बल्कि बाकी राज्यों से भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु जगदलपुर और दंतेवाड़ा में मौजूद मां दंतेश्वरी देवी के मंदिर में दर्शन के लिए पंहुचते हैं.

दरअसल दंतेवाड़ा में मौजूद दंतेश्वरी देवी का मंदिर देश के 52 शक्तिपीठों में से एक है. शारदीय नवरात्रि के मौके पर मां दंतेश्वरी देवी के मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है, बड़ी संख्या में बस्तर संभाग के साथ पड़ोसी राज्य उड़ीसा और तेलंगाना से भी श्रद्धालु मां दंतेश्वरी देवी के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. दंतेश्वरी माता से लोगों की काफी गहरी आस्था जुड़ी हुई है.

देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मंदिर में मनोकामना दीप जलाया है. वहीं अब आगामी 9 दिनों तक नवरात्रि के मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु की भीड़ मंदिर में देवी के दर्शन के लिए पहुंचेगी. इधर टेंपल कमेटी ने भी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है.

अगले 9 दिनों तक मंदिर में विशेष पूजा पाठ की जाएगी. इधर दंतेवाड़ा के इस प्रसिद्ध देवी मंदिर में करोड़ों रुपये की लागत से प्रदेश का पहला और सबसे बड़ा कॉरिडोर भी बनकर तैयार हो गया है. इस कॉरिडोर में मां दंतेश्वरी देवी से जुड़ी की किवदंतियां, आदिवासी कल्चर, दंतेवाड़ा का इतिहास समेत अन्य कई तरह की झलकियां देखने को मिलेगी.

हजारों की संख्या में जलाई गयी मनोकामना दीप

नवरात्रि के पावन अवसर पर सुबह से ही देवी के मंदिरों में भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया है. माई दंतेश्वरी बस्तर की कुल देवी मानी जाती है. श्रद्धालुओं का कहना है कि रियासतकाल से ही देवी के प्रति लोगों की सच्ची आस्था जुड़ी है.दूर दराज से लोग माई दंतेश्वरी के दर्शन के लिए बस्तर पंहुचते हैं हजारों की संख्या में मनोकामना दीप जलाकर माई से मन्नते मांगते हैं. दंतेवाड़ा में स्थित मंदिर में इस साल 11 हजार से अधिक मनोकामना दीप जलाए गए हैं.

देश के कोने-कोने के साथ-साथ विदेशों में रहने वाले श्रद्धालुओं ने भी मनोकामना दीप जलाए हैं. मंदिर के प्रधान पुजारी कृष्ण कुमार का कहना है कि बस्तर की आराध्य देवी माई दंतेश्वरी से लोगों की काफी आस्था जुड़ी ई है, यही वजह है कि इन दिनों में स्थानीय श्रद्धालु के साथ दूर दराज से लोग माता के दर्शन के लिए बडी संख्या में मंदिर पंहुचते हैं. कहा जाता है कि आतंक पर सदैव आस्था भारी पड़ी है.यही वजह है कि नक्सल प्रभावित इलाका होने के बावजूद बस्तर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु माई दंतेश्वरी के दर्शन के लिए पंहुचते हैं.