हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद प्रदेश कांग्रेस के दो बड़े नेताओं का कद बढ़ गया है. केंद्रीय नेतृत्व ने पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा कैंप की अनदेखी करते हुए कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को अहम जिम्मेदारियां दी है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए 41 सदस्यीय स्टार प्रचारकों की सूची जारी करने का काम कुमारी सैलजा को सौंपा है. पहले ये काम एआईसीसी के महासचिव केसी वेणुगोपाल के पास था. कुमारी सैलजा पार्टी की दलित चेहरा हैं.
सैलजा के बाद राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को भी अहम जिम्मेदारी दी गई है. उन्हें स्टार प्रचारक बनाया गया है. हरियाणा से इस सूची में शामिल होने वाले वह एकमात्र नेता हैं. इससे पहले के कई विधानसभा चुनावों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा, उनके बेटे और रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उदय भान को स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया जाता रहा है. इन लोगों ने अन्य राज्यों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई थीं. उदय भान हुड्डा के खेमे से आते हैं.
इस कदम से अब स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस हाईकमान हरियाणा में हुड्डा कैंप से दूरी बनाने लगा है. पार्टी ने अभी तक हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता के नाम की भी घोषणा नहीं की है. सूत्रों का कहना है कि हाईकमान हरियाणा में हार के बाद हुड्डा कैंप को कड़ा संदेश देना चाहता है. हार के बाद पार्टी की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने भी अभी तक रिपोर्ट नहीं दी है. ऐसे में माना जा रहा है कि इसी कारण अभी तक विधायक दल के नेता की घोषणा नहीं की गई है.
जानकारों का कहना है कि सैलजा अभी पार्टी महासचिव हैं. वह झारखंड की प्रभारी हैं, इसलिए उनके पास इस तरह की सूचनाएं जारी करने का अधिकार है. हुड्डा और उनके खेमे ने विधानसभा चुनावों के दौरान हरियाणा में कांग्रेस के पूरे अभियान का नेतृत्व किया था. यह पहली बार था जब हरियाणा विधानसभा में विधायक दल का नेता चुने बगैर कांग्रेस के विधायकों ने शपथ ली.