छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में कांग्रेसियों ने 18 नवंबर को जमकर बवाल मचाया. उन्होंने चित्रकोट रिजॉर्ट में हुई सरकार की बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक का काले कपड़े पहनकर विरोध जताया. कांग्रेसी बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान पुलिस ने कई काग्रेसियों को हिरासत में भी लिया. कांग्रेस का आरोप है कि सरकार के मंत्री यहां विकास की बात करने नहीं, बल्कि पिकनिक मनाने आए. दूसरी ओर, बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक के बाद सीएम विष्णु देव साय ने मीडिया से कहा कि बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों से राय ली गई. बस्तर में शांति की स्थापना के अलावा पर्यटन के विकास पर भी चर्चा हुई.
गौरतलब है कि, बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक को लेकर सैकड़ों कांग्रेसी सड़कों पर उतर आए. कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं ने चित्रकोट रिजॉर्ट में हुई बैठक पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि सभी मंत्री चित्रकोट में पिकनिक मनाने आए हैं. जबकि, यह बैठक कलेक्टर या कमिश्नर ऑफिस में भी हो सकती थी. उन्होंने कहा कि बस्तर में स्वास्थ्य सुविधा, सड़क मार्ग, जगदलपुर से रायपुर जाने वाली फ्लाइट को बंद कर दिया गया है. सरकार इस पर खामोश है. इस तरह सरकार बस्तर की जनता को धोखा दे रही है. कांग्रेसियों ने यह आरोप भी लगाया कि सरकार ने प्राधिकरण की बैठक के नाम पर, सुरक्षा का हवाला देकर चित्रकोट के सौंदर्य को बर्बाद किया. इस दौरान पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की. इस दौरान पुलिस और कांग्रेसियों के बीच झड़प भी देखने को मिली.
जनता के बीच जाकर करेंगे विरोध- लखमा
बस्तर विकास प्राधिकरण को लेकर कांग्रेस के पूर्व मंत्री और कोंटा विधायक कवासी लखमा ने दुख जताया. उन्होंने कहा कि कहा बैठक में सरकार ने हमारी बात नहीं सुनी. एनएमडीसी नगर नार में बनने वाले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के काम को भी रोक दिया गया है. बैठक में बस्तर के हित के लिए कोई बात नही की गई. सरकार के मंत्री चित्रकोट में बैठक कर पिकनिक मनाने आए हैं. टूरिज्म को खत्म करने के लिए पेड़ों की कटाई की गई. नक्सल मामले पर बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई. हम जनता के बीच जाकर इसका विरोध करेंगे.
बस्तर के सभी काम पूरे किए जाएंगे- सीएम साय
दूसरी ओर, बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक के बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मीडिया से कहा कि बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों से राय ली गई. बैठक में बस्तर में शांति स्थापित करने को लेकर चर्चा हुई. एनएमडीसी अफसरों को हिदायत दी है कि लाल पानी की समस्या को जल्द दूर करें. पर्यटन को बढ़ाने के लिए योजना बनी है. प्राधिकरण के बजट से 70-75 करोड़ रुपये में सभी काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.