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LAC के बाद चीन के साथ बेहतर आसमानी रिश्ते पर जोर, चल रही ये प्लानिंग, जनता के बचेंगे पैसे

चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी LAC पर टकराव कम होने के बाद दोनों देश रिश्तों में तेजी से सुधार की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. बीते माह ही दिनों देशों ने एलएसी पर विवाद वाली जगहों से अपनी-अपनी सेना को वापस बुलाने और ज्वाइंट पेट्रोलिंग को लेकर सहमति जताई थी. उसके बाद तेजी से विवादित क्षेत्रों से दोनों देश की सेना वापस लौट गई. बीते लंबे समय से सीमा पर दोनों देश के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई थी. इस कारण दोनों देशों के बीच अन्य क्षेत्रों में भी तनाव देखा गया था.

लेकिन, बीते माह टकराव खत्म होने के बाद दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व के बीच मेल-मिलाप काफी बढ़ गया है. पिछले माह ब्रिक्स सम्मेलन के मौके पर रूस में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई. इसमें दोनों देशों ने आपसी रिश्ते में भरोसा बहाल करने पर जोर दिया था.

ब्राजील में फिर मुलाकात
अब ब्राजील में चल रहे जी20 सम्मेलन के मौके पर विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग वी के बीच मुलाकात हुई है. ऐसी उम्मीद है इस मौके पर पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच भी मुलाकात हो सकती है.

रिपोर्ट के मुताबकि जयशंकर और वांग की इस मुलाकात में भरोसा बहाली के कदम के तहत दोनों देशों के बीच सीधा संपर्क बढ़ाने पर जोर दिया गया. इसमें सबसे अहम है दोनों देशों के बीच सीधी उड़ान. अभी भारत और चीन के बीच सीधी उड़ान सेवा नहीं है. यात्रियों को किसी तीसरे देश के जरिए एक दूसरे देश की यात्रा करनी पड़ती है. इससे उनको ज्यादा किराया देना पड़ता है. इससे दोनों देशों के बीच कारोबारियों और अन्य नियमित यात्रियों को भारी परेशानी होती है.

इसी परेशानी को दूर करने और दोनों देशों के बीच जनता के स्तर पर संपर्क बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. इसमें वीजा नियमों में ढील देने की भी बात कही जा रही है. चीनी विदेश मंत्री के साथ मुलाकात के बाद एस. जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट लिखा. उसमें उन्होंने कहा कि जी20 सम्मेलन में हमने चीन के पॉलित ब्यूरो के सदस्य और विदेश मंत्री वांग से मुलाकात की. हमने पिछले दिनों एलएसी से सैनिकों की वापसी के बाद की स्थिति पर चर्चा की. इसके साथ द्विपक्षीय रिश्तों को और बेहतर बनाने के कदम पर भी चर्चा हुई.