जयपुर के भांकरोटा में अजमेर एक्सप्रेस-वे पर शनिवार को तड़के एलपीजी गैस से भरे टैंकर में भिड़ंत के बाद हुए भीषण अग्निकांड के घायलों में से तीन ने और दम तोड़ दिया है. इससे अब मृतकों की संख्या 14 तक पहुंच गई है. करीब बीस से ज्यादा मरीजों का फिलहाल जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा है. इनमें से चार पांच मरीजों की हालात अभी भी बेहद गंभीर बनी हुई है. इससे मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ने की आशंका है. इस मामले में भांकरोटा थानाप्रभारी की ओर से एफआई दर्ज करवाई गई है.
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ ने केस की जांच के लिए डीसीपी वेस्ट अमित कुमार बुडानिया को स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम गठित करने के निर्देश दिए हैं. एडिशनल डीसीपी के नेतृत्व में गठित SIT इस अग्निकांड की जांच करेगी. भांकरोटा थाना प्रभारी मनीष गुप्ता की ओर से भारतीय न्याय संहिता की धारा 281, 106 (1), 125 ए और 125 बी के तहत केस दर्ज कराया गया है.
एलपीजी गैस से भरे टैंकर में ब्लास्ट के बाद 40 वाहनों में लग गई थी आग
इस बीच शुक्रवार रात से लेकर शनिवार को तड़के तक 3 और घायलों ने दम तोड़ दिया. इससे मृतकों का आंकड़ा 14 तक जा पहुंचा है. एलपीजी गैंस के टैंकर में हुए ब्लास्ट के बाद उसके आसपास से गुजर रहे करीब 40 वाहनों में आग लग गई थी. इस भीषण अग्निकांड में 45 लोग जल गए थे. अग्निकांड के बाद भांकरोटा में हाहाकार मच गया था. दिल्ली-अजमेर एक्सप्रेस वे पर कई घंटों तक ट्रैफिक थमा रहा था.
कड़ी मशक्कत के बाद हो पाई है मृतकों की पहचान
हादसे में कई लोग बुरी तरह से झुलस गए थे. उनकी काफी मशक्कत के बाद पहचान हो पाई. अभी तक केवल छह मृतकों की शिनाख्त हो पाई है. बाकी की शिनाख्तगी के प्रयास किए जा रहे हैं. केन्द्र और राज्य सरकार की तरफ से मृतकों और घायलों के परिजनों को मुआवजा राशि दिए जाने का ऐलान किया गया है. इनमें मृतकों के परिजनों को सात-सात लाख रुपये और घायलों के परिजनों को डेढ़-डेढ़ लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी.
रोड सेफ्टी कमेटी ने मांगी सीएस से रिपोर्ट
इस बीच रोड सेफ्टी पर सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने इस हादसे के बाद राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत से रिपोर्ट मांगी है. कमेटी ने रोड सेफ्टी पर आवश्यक कदम उठाने को कहा है. कमेटी के सेक्रेटरी संजय मित्तल ने इस संबंध में चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखा है. इसमें भविष्य में रोड सेफ्टी के लिए उठाए जाने वाले कदमों की भी जानकारी मांगी गई है.