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दुनिया में मंदी आए तो आए, भारत में सैलरी पाने वालों की ग्रोथ रहेगी डबल डिजिट में

दुनियाभर में मंदी के आने की आहट अब सुनाई देने लगी है. इस समय सबसे अधिक चर्चा अमेरिका की संभावित मंदी के बारे में हो रही है. भारत पर चूंकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था का अच्छा-खासा प्रभाव पड़ता है तो भारत और भारतीय कंपनियां भी भय के साये में हैं. इसी बीच एक नई रिपोर्ट भारत में सैलरी बढ़ने के आंकड़े को लेकर आई है, जिससे पता चलता है देश में सैलरी बढ़ने की रफ्तार पर ब्रेक लग सकता है.

बिजनेस स्टैंडर्ड ने न्यूज़ एसेंजी आईएएनएस के हवाले से लिखा है कि भारत में 2023 में सैलरी बढ़ने की एवरेज 10.4 फीसदी होगी, जबकि इस साल (2022 में) अब तक 10.6 फीसदी की एवरेज से सैलरी में इजाफा देखा गया है. यह रिपोर्ट ग्लोबल प्रोफेशनल सर्विसेज फर्म Aon ने सोमवार को जारी की है.

इसके अलावा, 2022 की पहली छमाही के लिए नौकरी छोड़ने की दर 20.3 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बनी रही, जोकि 2021 में दर्ज की गई दर 21 प्रतिशत से मामूली कम है. इस प्रकार वेतन पर दबाव बरकरार रहा है. यह ट्रेंड आने वाले कुछ महीनों में जारी रहने की संभावना है.

2 अंकों में रहेगी वृद्धि दर
भारत में Aon के ह्यूमन कैपिटल सॉल्यूशन्स के पार्टनर रूपांक चौधरी ने कहा, “वैश्विक स्तर पर मंदी की खबरें और घरेलू महंगाई में जारी उतार-चढ़ाव के बावजूद सैलरी में अनुमानित वृद्धि दर डबल डिजिट में रहने वाली है.” उन्होंने कहा, हालांकि, बिजनेस लीडर्स को ऐसे निर्णय लेने चाहिए, जो सुनिश्चित करें कि उनकी वर्कफोर्स भविष्य में भी उनके साथ बनी रहे.

किस सेक्टर में ज्यादा बढ़ेगी सैलरी?
इस रिपोर्ट के मुताबिक, ई-कॉमर्स सेक्टर में सबसे अधिक 12.8 फीसदी की दर से सैलरी बढ़ेगी, जबकि उसके बाद स्टार्टअप्स में 12.7 फीसदी की दर से सैलरी में बढ़ोतरी होती देखी जा सकेगी. हाई-टेक, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी-इनेब्लड सर्विसेज में 11.3 फीसदी की दर से वृद्धि की संभावना है. फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स में 10.7 फीसदी की दर से बढ़ोतरी होगी.