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नए CDS जनरल अनिल चौहान ने थलसेना, वायुसेना और नौसेना को दिया बड़ा टास्क

देश के दूसरे चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने रविवार को थल सेना, वायुसेना और नौसेना प्रमुखों के साथ अहम बैठक की. इस बैठक में सीडीएस चौहान ने इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड को लेकर आगे बढ़ने को कहा. चौहान 3 अक्टूबर को जोधपुर भी जाएंगे. वह वहां एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के साथ वायुसेना के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इस कार्यक्रम में लाइट कॉम्बेट हेलिकॉप्टर को वायुसेना में शामिल किया जाएगा.

सीडीएस चौहान का पद संभालने के बाद यह पहला दौरा होगा. गौरतलब है कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद 2019 में बनाया गया था. इसका मुख्य काम थल सेना, वायुसेना और नौसेना के लिए थिएटर कमांड बनाना था. यही नए सीडीएस की पहली प्राथमिकता होगी. रविवार को हुई बैठक में भी सीडीएस चौहान ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों को इंटीग्रटेड थिएटर कमांड के मामले में आगे बढ़ने के लिए कहा. सूत्रों के मुताबिक, इस मुद्दे पर कई बार बैठक हो चुकी, बात हो चुकी, लेकिन अब इसे धरातल पर लाने का समय है.

सेना की मजबूती पर फोकस
सूत्र बताते हैं कि तीनों सेनाओं ने इस पर विस्तृत अध्ययन किया है और इस कमांड को बनाने के लिए व्यक्तिगत क्षमता भी आंकी है. जनरल चौहान से पहले दिवंगत सीडीएस बिपिन रावत भी इस पर काम कर रहे थे. उनका पूरा ध्यान इस पर था कि कैसे तीनों सेनाओं को मिलाकर मजबूती दी जाए. कैसे उन्हें आधुनिक हथियारों के साथ और चुस्त बनाया जाए.

वायुसेना ने जताई थी ये आपत्ति
जानकारी के मुताबिक, पहले की योजना में मेरिटाइम थिएटर कमांड को मिलाकर ईस्टर्न और वेस्टर्न लैंड-बेस्ड कमांड को तैयार किया जाना था. इससे साथ ही एयर डिफेंस कमांड भी बनाई जानी थी. हालांकि, भारतीय वायुसेना ने थिएटर कमांड बनाने का समर्थन किया, लेकिन यह नहीं चाहती थी कि कई कमांड बने. ज्यादा कमांड बनने से उसकी अहम संपत्तियों जैसे फाइटर एयरक्राफ्ट का बंटवारा हो जाता.

योजना को मिलेगी गति
वायुसेना लैंड और मेरिटाइम कमांड बनने के भी खिलाफ थी. वह चाहती थी कि थिएटर कमांड को अलग-अलग जगहों पर होने वाली किसी विशेष स्थिति से निपटने के लिए निर्मित किया जाए. इस बीच सीडीएस जनरल बिपिन रावत का देहांत हो गया. उनके जाने के बाद तीनों सेनाओं के प्रमुख इस पर गंभीर रूप से विचार करते रहे और उसके बाद इससे जुड़े दस्तावेज रक्षा मंत्रालय को सौंप दिए. माना जा रहा है कि जनरल चौहान के सीडीएस बनने के बाद अब इस योजना को गति मिलेगी और इस पर फैसला भी जल्द लिया जाएगा.