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देश में फिर दिखा कोरोना का कहर! एक दिन में आए 2200 से अधिक नए केस, बस यह है राहत की बात

भारत में त्योहारी मौसम में एक बार फिर कोरोना डराने लगा है. लगातार दो दिनों की कमी के बाद कोरोना वायरस के मामलों में बड़ा इजाफा हुआ है. देश में आज यानी शुक्रवार को 2200 से अधिक नए संक्रमण के केस आए हैं. मगर राहत की बात यह है कि एक्टिव केसों की संख्या 20 हजार से नीचे आ गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी कोरोना डेटा के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 2208 नए केस मिलने से कोविड के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,46,49,088 हो गई है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह जारी लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, भारत में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 21,607 से घटकर 19,398 रह गई है. वहीं, संक्रमण से 12 और लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 5,28,999 हो गई है. इन 12 मामलों में वे नौ मृतक भी शामिल हैं, जिनके नाम संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से जान गंवाने वाले मरीजों की सूची में जोड़े हैं.

आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 19,398 रह गई है, जो कुल मामलों का 0.04 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,423 की कमी दर्ज की गई है. वहीं, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 98.77 प्रतिशत हो गई है. आंकड़ों के मुताबिक, दैनिक संक्रमण दर 1.55 प्रतिशत, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 1.12 प्रतिशत है. देश में अभी तक कुल 4,41,00,691 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.18 प्रतिशत है. वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 219.60 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं.

गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी. संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे. देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे. पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी. इस साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले चार करोड़ के पार हो गए थे.