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देश में अब बढ़ेगा ‘स्पेस स्टार्टअप’ कल्चर, मिलेंगे नौकरी के नए अवसर, ISRO चीफ ने जताई ये बड़ी संभावना

अगर आप पढ़ाई कर रहे हैं और विभिन्न सेक्टरों में रोजगार के मिलने वाले अवसरों के बारे में जानना चाहते हैं तो स्पेस सेक्टर के बारे में आपको जरूर जानना चाहिए. क्योंकि आने वाले समय में इस क्षेत्र में रोजगार के कई अवसर पैदा होने की संभावना है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने स्पेस साइंस के क्षेत्र में मिलने वाले अवसरों के बारे में बताया है.

फाइनेंशियल एक्सप्रेस से बातचीत में इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ से निजी क्षेत्र के लिए सीधे अंतरिक्ष गतिविधियों को खोलने की सरकार की योजनाओं के बारे में बात की. उन्होंने बताया, “आज, 100 से अधिक भारतीय निजी क्षेत्र की कंपनियों ने अंतरिक्ष से संबंधित गतिविधियों में रुचि दिखाई है, जिनमें
से अधिकांश या तो अनुप्रयोगों या प्रौद्योगिकी विकास में काम कर रही हैं,”

सरकार के फैसले से प्राइवेट कंपनी ने स्पेस सेक्टर में दिखाई रूचि
एस सोमनाथ ने कहा कि स्पेस सेक्टर में निजी क्षेत्र की प्रत्यक्ष भागीदारी के सरकार के फैसले के बाद प्राइवेट सेक्टर की प्रतिक्रिया से वे उत्साहित हैं. उन्होंने संभावना जताई कि इससे भविष्य में अंतरिक्ष विज्ञान क्षेत्र में रोजगार बढ़ेगा

एस सोमनाथ ने कहा कि सरकार नीति स्पष्ट थी और हम इसे केवल क्रियान्वित कर रहे हैं. यह गैर-सरकारी संस्थाओं और निजी क्षेत्र को अंतरिक्ष से संबंधित गतिविधियों में आने में सक्षम बनाने के लक्ष्य से प्रेरित है. इससे पहले भी निजी क्षेत्रों ने काम किया है लेकिन वे कुछ चुनौतियों का सामना कर रहे थे.

निजी क्षेत्र की भागीदारी से बढ़ेगी नौकरियों की संभावनाएं
इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ कहना है कि निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ने से अंतरिक्ष क्षेत्र वास्तव में विकसित हो सकता है. 15 तारीख को रॉकेट लॉन्च इस योजना में उस दिशा में एक छोटा कदम है यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सब एक निजी क्षेत्र के स्टार्ट अप द्वारा किया गया है.

3D प्रिंटिंग जैसी कुछ नई तकनीकों के बारे में एस सोमनाथ ने कहा कि 3D प्रिंटिंग अंतरिक्ष में एक उभरती हुई तकनीक है और अब दुनिया भर में 3-डी प्रिंटेड रॉकेट इंजन डिजाइन और निर्मित किए जा रहे हैं, हालांकि अभी भी छोटे पैमाने पर किया जा रहा है.

बता दें कि सिटी ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की थी कि वर्ष 2040 तक स्पेस इंडस्ट्री की सालाना टर्नओवर 1 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगा. साल 2020 में ये 424 अरब डॉलर के स्तर पर थी, यानि करीब ढाई गुना की ग्रोथ का अनुमान जताया है.