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घर खरीदते समय झांसे में आने से बचें, समझें कैसे मापा जाता है कारपेट, बिल्ट अप और सुपर बिल्ट अप एरिया

पहली बार घर खरीदने जा रहे लोगों को कई नई चीजों के बारे में जानने को मिलता है. इन्हीं में से एक है घर के एरिया को परिभाषित करने का तरीका. अगर आप घर खरीदने का प्रयास कर रहे हैं तो आपके सामने कारपेट एरिया, बिल्ट-अप एरिया और सुपर बिल्ट-अप एरिया जैसे शब्दों का आएंगे. घर के एरिया को परिभाषित करने के ये विभिन्न तरीके हैं. इन शब्दों को लेकर कई बार लोग असमजंस की स्थिति में रहते हैं.

इसका फायदा प्रॉपर्टी डीलर उठाने का प्रयास करते हैं और कम क्षेत्रफल वाले मकान या फ्लैट को अधिक दाम में बेचते हैं. इसलिए जरूरी है कि आप इन 3 तीनों का मतलब समझें ताकि घर खरीदते समय आपको ऐसी परेशानी का सामना न करना पड़े. आज हम आपको बताएंगे कि कारपेट, बिल्ट अप और सुपर बिल्ट अप एरिया किस तरह एक-दूसरे से अलग होते हैं.

कारपेट एरिया
जैसा कि नाम से साफ है, यह मकान का वह क्षेत्र होता है जहां आप कारपेट बिछा सकते हैं. ये सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन इसका अर्थ यही है. इसे नेट यूजेबल एरिया (एनयूए) भी कहा जाता है. इसमें रहने और खाने के कमरे, बेडरूम, बाथरूम और किचन शामिल हैं. इसमें एरिया में घर की आंतरिक दीवारें भी शामिल किया जाता है. कारपेट एरिया में एक फ्लैट की बाहरी दीवारें, बाहरी क्षेत्र जैसे आपकी बालकनी, बरामदा और छत शामिल नहीं होती है. इंडिया सोथबी इंटरनेशनल रियल्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राकेश अग्रवाल कहते हैं कि आमतौर पर कारपेट एरिया सुपर बिल्ट-अप एरिया का 60-70 फीसदी है.

बिल्ट-अप एरिया
इसमें कारपेट एरिया, दीवारों से घिरा क्षेत्र, बालकनी, छत और यदि कोई विशेष गलियारा है तो वह शामिल होता है. ये सभी घर के मालिक के विशेष उपयोग के लिए हैं. बिल्ट-अप एरिया में लिफ्ट, कॉरिडोर, क्लब हाउस आदि जैसे कॉमन एरिया शामिल नहीं हैं.

सुपर बिल्ट-अप एरिया
इसे बिक्री योग्य क्षेत्र भी कहा जाता है. इसकी गणना बिल्ट-अप एरिया, लिफ्ट, कॉरिडोर, क्लब हाउस आदि सहित सभी सामान्य क्षेत्रों में आपके आनुपातिक हिस्से के रूप में की जाती है. इसे एक उदाहरण से समझने की कोशिश करते हैं. मान लीजिए, एक अपार्टमेंट बिल्डिंग है जिसमें दो फ्लैट हैं. इनका एरिया 500 वर्ग फुट और 1000 वर्ग फुट है और 1200 वर्ग फुट का एक कॉमन एरिया है. ऐसे में सामान्य क्षेत्र 400 वर्ग फुट और 800 वर्ग फुट के रूप में विभाजित होगा. यानी 1:2 के अनुपात में कॉमन एरिया को बांटा जाएगा. आपको बता दें कि अब सुपर बिल्ट-अप एरिया के आधार पर प्रॉपर्टी बेचना अवैध है. अब केवल कारपेट एरिया को क्षेत्रफल परिभाषित करने के लिए उचित माना जाता है.