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ओमिक्रॉन का XBB.1.5 सब-वैरिएंट कितना घातक है? क्या भारत को परेशान होना चाहिए

कोरोना वायरस के वैरिएंट ओमिक्रॉन एक्सबीबी.1.5 के एक नए स्वरूप ने भारत सहित उन कई देशों में चिंता बढ़ा दी है, जहां इसके मामले सामने आए हैं. खतरे की बात यह है कि कोविड-19 का यह वैरिएंट उन लोगों को भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है, जिन्हें टीका लगाया गया है. विशेषज्ञों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

नेशनल आईएमए कोविड टास्क फ़ोर्स के सह-अध्यक्ष डॉ. राजीव जयदेवन के अनुसार, एक्सबीबी.1.5 वैरिएंट एक्सबीबी का अपग्रेड वर्जन है, जो कि ओमिक्रॉन का एक पुनः संयोजक उप-वंश है. एक्सबीबी.1.5 संक्रमण के मामले कुछ महीने पहले सिंगापुर और बाद में भारत जैसे कई देशों में पाए गए थे.

उन्होंने कहा, ‘एक्सबीबी.1.5 में अपने पहले के वैरिएंट की उत्कृष्ट प्रतिरक्षा को बनाए रखते हुए मानव ACE-2 रिसेप्टर से खुद को जोड़ने की अधिक क्षमता है.’ डॉ. जयदेवन ने आगे बताया कि इस वैरिएंट में उन लोगों को भी संक्रमित करने की क्षमता है, जिन्हें पहले यह संक्रमण हो चुका है या उनका टीकाकरण भी हुआ हो.

एक्सबीबी वैरिएंट के अधिक गंभीर होने को लेकर एक्सपर्ट ने क्या कहा
विशेषज्ञ ने कहा, ‘इम्यून इवेसिवनेस वायरस की उन लोगों को संक्रमित करने की क्षमता है, जिन्हें पहले संक्रमण या वैक्सीनेशन या दोनों थे. एक्सबीबी.1.5 ने अपने RBD (रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन) में स्थित F486P नामक एक दुर्लभ प्रकार का म्यूटेशन बनाकर इसे हासिल किया. यह अभी मालूम नहीं है कि क्या यह अधिक गंभीर बीमारियों का कारण बनता है. वैसे विशेषज्ञों का मानना ​​है कि ऐसा होने की संभावना नहीं है.’

एक्सबीबी के मुकाबले बीए.2.75 का असर ज्यादा
हालांकि, उन्होंने कहा कि यह देखने के लिए निरंतर सतर्कता की जरूरत है कि क्या ये चल रहे अनुवांशिक परिवर्तन वायरस को और अधिक गंभीर बीमारी का कारण बनने में सक्षम बनाते हैं. उन्होंने कहा, ‘भारत के नवीनतम जीनोमिक सर्विलांस डेटा एक्सबीबी की तादाद को 20 प्रतिशत दिखाते हैं, जबकि पुराना संस्करण बीए.2.75 अभी भी प्रभावी है. यह हालात बदल सकते हैं.’

किस देश में XBB.1.5 के कितने मामले
पुणे स्थित एनआईवी में सीनियर साइंटिस्ट डॉ. प्रज्ञा यादव के अनुसार, दुनियाभर में XBB.1.5 के जितने मामले सामने आए हैं, उनमें सबसे अधिक प्रभावित देश अमेरिका है. उनके मुताबिक, ‘अमेरिका में 1357, जबकि भारत में 1 मामला है जो 24 दिसंबर, 2022 को गुजरात से रिपोर्ट किया गया था. इसी तरह से कनाडा में 24, फ्रांस में 15, इज़राइल में 13, नीदरलैंड्स में 10, डेनमार्क में 8, स्विट्ज़रलैंड में 6, ऑस्ट्रेलिया में 5, ऑस्ट्रिया में 4 और ब्रिटेन में एक्सबीबी.1.5 के 3 मामले मिले हैं.’

ओमिक्रॉन का बीएफ.7 वैरिएंट भी काफी संक्रामक
दूसरी ओर, भारत में ‘एक्सबीबी’ के अलावा ओमिक्रॉन के एक और उपस्वरूप ‘बीएफ.7’ को लेकर भी चिंता जाहिर की गई है. चीन समेत कई देशों में ओमिक्रॉन के बेहद संक्रामक स्वरूपों-विशेषकर बीएफ.7 के कारण कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है. बीएफ.7, ओमिक्रॉन के स्वरूप बीए.5 का एक उपस्वरूप है और यह काफी संक्रामक है. इसकी ‘इनक्यूबेशन’ अवधि कम है. यह पुन: संक्रमित करने या उन लोगों को भी संक्रमित करने की उच्च क्षमता रखता है, जिनका (कोविड-19 रोधी) टीकाकरण हो चुका है.