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PM मोदी आज करेंगे ‘इंडिया एनर्जी वीक 2023’ का उद्घाटन, यह है कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल

भारत ऊर्जा (Energy) के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहा है. ऊर्जा के क्षेत्र में देश की शक्ति लगातार बढ़ती जा रही है. इसी कड़ी में आज यानी सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) बेंगलुरु में ‘इंडिया एनर्जी वीक’ (India Energy Week) का उद्घाटन करेंगे.’ इसकी जानकारी देते हुए कल यानी रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर अपने कार्यक्रम की जानकारी भी दी. ‘इंडिया एनर्जी वीक’ 6 से 8 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है. यहां प्रधानमंत्री कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे, जिसमें बहुप्रतीक्षित योजना E-20 की शुरुआत भी करेंगे

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, यह आयोजन ऊर्जा क्षेत्र के चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने के लिए है. इसमें पारंपरिक और गैर-पारंपरिक ऊर्जा क्षेत्र जगत के अवसर और चुनौतियों को लेकर दुनिया भर के कई नेता शिरकत करेंगे. बताया गया कि इसमें दुनिया भर के 30 से अधिक मंत्री भाग लेंगे. साथ ही भारत के ऊर्जा भविष्य की चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने के लिए 30,000 से अधिक प्रतिनिधि, 1,000 प्रदर्शक और 500 वक्ता एकत्रित होंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लांच करेंगे E-20 ईंधन
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैश्विक तेल और गैस के सीईओ के साथ एक गोलमेज बातचीत में भाग लेंगे. वह हरित ऊर्जा के क्षेत्र में कई पहल भी शुरू करेंगे. ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए इथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम सरकार का एक प्रमुख फोकस क्षेत्र रहा है. सरकार के निरंतर प्रयासों के कारण, 2013-14 से इथेनॉल उत्पादन क्षमता में छह गुना वृद्धि देखी गई है. इथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम और जैव ईंधन कार्यक्रम ने न केवल भारत की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाया है, बल्कि इसके परिणामस्वरूप कई अन्य लाभ भी हुए हैं. जिसमें 318 लाख मीट्रिक टन CO2 उत्सर्जन में कमी और लगभग 54,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत शामिल है.

2014 से 2022 तक इथेनॉल आपूर्ति के लिए लगभग 81,800 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है और किसानों को 49,000 करोड़ रुपये से अधिक का हस्तांतरण किया गया है. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में तेल विपणन कंपनियों के 84 रिटेल आउटलेट्स पर E20 ईंधन लॉन्च करेंगे. E20 पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत इथेनॉल का मिश्रण है. सरकार का लक्ष्य 2025 तक इथेनॉल के पूर्ण 20 प्रतिशत सम्मिश्रण को हासिल करना है, और तेल विपणन कंपनियां 2जी-3जी इथेनॉल संयंत्र स्थापित कर रही हैं जो प्रगति को सुगम बनाएगी.