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भारतीय उद्योग का खराब प्रदर्शन: दिसंबर में घटी प्रोडक्शन की रफ्तार, औद्योगिक उत्पादन घटकर 4.3% पर

देश के औद्योगिक उत्पादन (IIP) की वृद्धि दिसंबर, 2022 में घटकर 4.3 प्रतिशत रह गई है. नवंबर, 2022 में औद्योगिक उत्पादन 7.3 प्रतिशत बढ़ा था. शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. हालांकि, सालाना आधार पर तुलना की जाए, तो औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि बढ़ी है. दिसंबर, 2021 में औद्योगिक उत्पादन एक प्रतिशत बढ़ा था. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर, 2022 में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में 2.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.

एक साल पहले इस क्षेत्र का उत्पादन 0.6 प्रतिशत बढ़ा था. नवंबर, 2022 में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में 6.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी. समीक्षाधीन महीने में खनन उत्पादन 9.8 प्रतिशत बढ़ा. दिसंबर, 2021 में खनन क्षेत्र का उत्पादन 2.6 प्रतिशत बढ़ा था. बिजली क्षेत्र के उत्पादन 10.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. एक साल पहले समान महीने में बिजली उत्पादन की वृद्धि 2.8 प्रतिशत रही थी.

क्या कहते हैं आंकड़े
उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार, पूंजीगत सामान क्षेत्र का उत्पादन दिसंबर, 2022 में 7.6 प्रतिशत बढ़ गया. एक साल पहले समान महीने में इसमें तीन प्रतिशत की गिरावट आई थी. टिकाऊ उपभोक्ता सामान क्षेत्र का उत्पादन समीक्षाधीन महीने में 10.4 प्रतिशत घट गया. एक साल पहले समान महीने में क्षेत्र का उत्पादन 1.9 प्रतिशत घटा था.

उपभोक्ता गैर टिकाऊ वस्तुओं के उत्पादन में 7.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. एक साल पहले समान महीने में इस क्षेत्र का उत्पादन 0.3 प्रतिशत बढ़ा था. समीक्षाधीन महीने में बुनियादी ढांचा निर्माण वस्तुओं के उत्पादन में 8.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. एक साल पहले यह वृद्धि दो प्रतिशत रही थी. चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह (अप्रैल दिसंबर) में औद्योगिक उत्पादन 5.4 प्रतिशत बढ़ा है. एक साल पहले समान अवधि में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि 15.3 प्रतिशत रही थी.

कोर सेक्टर का बढ़ा उत्पादन
देश के कोर सेक्टर (Core Sector) में शानदार ग्रोथ रेट अच्छी रही. केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय (Union Ministry of Commerce) द्वारा जारी किए आंकड़े के अनुसार, 8 बुनियादी ढांचा क्षेत्र के उद्योगों का उत्पादन दिसंबर, 2022 में 7.4 प्रतिशत की दर से बढ़ गया है. जो पिछले 3 माह में सबसे अधिक रही है. इससे पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 4.1 प्रतिशत रहा था.