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फरवरी में ही क्यों तपने लगा है भारत….क्या गर्मी इस बार तोड़ेगी सभी रिकॉर्ड, तस्वीरों से जानें जवाब

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को कोंकण और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों के लिए हीटवेव अलर्ट जारी किया. हालांकि, तापमान में मामूली गिरावट के बाद से अलर्ट वापस ले लिया गया है. आईएमडी ने सोमवार देर रात अपनी ताजा विज्ञप्ति में कहा कि अधिकतम तापमान सामान्य से 4-9 डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है.
फरवरी 2023 में किसी भी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति और पहाड़ों पर कम बारिश और बर्फबारी के साथ-साथ मैदानी इलाकों में सूखे की स्थिति को तापमान में अचानक उछाल और भारत में सर्दियों की जल्दी वापसी के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. आईएमडी ने अपने बयान में फरवरी में उच्च तापमान के लिए दक्षिण गुजरात के ऊपर बनने वाले एक एंटी-साइक्लोन को जिम्मेदार बताया है, जिससे हवा के दबाव पर फर्क पैदा होता है और इसलिए गुजरात के ऊपर गर्माहट और इस एंटी-साइक्लोन के सहयोग से उत्तर-पश्चिम भारत में हीट एनर्जी बनती है
हालांकि बढ़ती हुई गर्मी के बावजूद आईएमडी ने अपने हीटवेव अलर्ट को वापस लेते हुए कहा कि समुद्री हवा के कारण तापमान में गिरावट की प्रवृत्ति दिखाई दे रही है. अगले दो-तीन दिनों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट का अनुमान है. फिलहाल किसी भी मौसम वैज्ञानिक ने यह दावा नहीं किया कि यह भारत में शुरुआती गर्मियों के संकेत हैं. आईएमडी के अनुसार, हीटवेव की घोषणा तभी की जाती है, जब किसी स्टेशन का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों के लिए कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक और पहाड़ी क्षेत्रों के लिए कम से कम 30 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तक पहुंच जाता है.