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मल्टीबैगर शेयर की दुखभरी कहानी, 35 रुपये से रॉकेट बनकर पहुंचा 3,150 तक, सरकार के एक फैसले से पिटा

दूसरी बड़ी कंपनियों को कार्बन क्रेडिट देने वाली कंपनी EKI एनर्जी के शेयर आज 10 फीसदी के उछाल के साथ बंद हुए. पिछले 1 साल में भयंकर गिरावट के बाद ने पिछले 3 दिनों में 48 फीसदी का उछाल देखा है. हालांकि यह अपने उच्चतम प्राइस से अभी भी काफी गिरा हुआ है. यह स्टॉक अप्रैल 2021 में 35 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. इसके बाद तेजी से बढ़ते हुए यह शेयर जनवरी 2022 में 3150 रुपये पर पहुंच गया. फिलहाल इसकी कीमत 757 रुपये है.

ये शेयर अपने एक साल के लो से 47.87 फीसदी ऊपर ट्रेड कर रहा है. इसके शेयरों में तेजी का कारण एक सरकारी कदम है. दरअसल, केंद्र सरकार ने पेरिस एग्रीमेंट के तहत उन गतिविधियों की एक सूची बना ली है जिन्हें कार्बन क्रेडिट सेलिंग के समय ध्यान में रखा जाएगा. इस शेयर में पिछले हफ्ते तेज गिरावट दिखी थी. तब कंपनी के नए ऑडिटर ने वित्त में गड़बड़ियों की ओर इशारा किया था. हालांकि, पिछले तीन सेशन से इसमें लगातार 10 फीसदी का अपर सर्किट लग रहा है.

निवेशकों को दिया भर-भरकर रिटर्न
यह शेयर 7 अप्रैल 2021 को 147 रुपये पर लिस्ट हुआ था. 6 जुलाई को ये शेयर 2964 तक पहुंच गया. इसके बाद शेयर ने 3150 रुपये का भी स्तर छुआ. हालांकि, उसके बाद इसमें गिरावट शुरू हुई. इसके पीछे सरकार का कार्बन क्रेडिट सेलिंग से संबंधित फैसला ही था. 17 फरवरी 2023 को EKI Energy ने 511.95 का लो बनाया. गौरतलब है कि 17 फरवरी को ही यह 9.99% उछलकर 625 पार बंद भी हुआ. आपको बता दें कि ये बीएसई एसएमई की पहली कंपनी थी जिसने 1 अरब डॉलर का मूल्यांकन छुआ था. जनवरी 2022 में ये शेयर 9,903 रुपये पर पहुंच गया था. इस लिस्टिंग से इस दौरान तक शेयर ने 600 गुना से अधिक का मुनाफा करा दिया था.