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वंदे भारत एक्‍सप्रेस में भी लगा है बुलेट ट्रेन वाला पुर्जा, इसीलिए नहीं लगते झटके और न ही आती छुक-छुक आवाज

देश में दौड़ रही 10 जोड़ी वंदे भारत एक्‍सप्रेस ट्रेनों (Vande Bharat Express Train) का सफर यात्रियों को खूब पसंद आ रहा है. आरामदायक और बेहतर रेल यात्रा अनुभव दिलाने वाली इस सेमी हाई स्‍पीड ट्रेन को रेल परिवहन में भारत की बढ़ती शक्ति का नया चेहरा माना जा रहा है. वंदे भारत एक्‍सप्रेस में यात्रियों की सुविधा का हर तरह से ख्‍याल रखा गया है. ट्रेन में यात्रियों को झटके कम लगे और बाहर का शोर न आए, इसके लिए इस ट्रेन को बनाने में बुलेट ट्रेन वाली एयर स्प्रिंग टेक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल किया गया है. यही कारण है कि हवा से बातें करती इस ट्रेन के डिब्‍बे में न तो यात्रियों को झटके लगते हैं और न ही बाहर की आवाजें सुनाई देती हैं.

ट्रेनों में एक कोच में 2 बोगियां होती हैं. इन्ही बोगियों के ऊपर पूरा कोच, स्प्रिंग्स के सहारे टिका होता है. जब ट्रेन पटरी पर दौड़ती है तो कोच झटके खाता है. कोच के नीचे लगे स्प्रिंग इन झटकों को काफी हद तक सह लेते हैं, जिससे यात्रियों को कम झटके महूसस होते हैं. लेकिन, झटके लगने से स्प्रिंगों के ऊपर-नीचे होने से काफी आवाजें आती हैं. ये आवाजें डिब्‍बे में भी सुनाई देती हैं. इससे यात्रियों को असुविधा होती है. खासकर रात में नींद में काफी खलल पड़ता है.

खास टेक्‍नोलॉजी ने रोका शोर
वंदे भारत एक्‍सप्रेस (Vande Bharat Express train) में बैठे यात्रियों को ट्रेन चलने पर खच्‍च्‍र-पच्‍च्‍र की आवाजें बिल्‍कुल भी सुनाई नहीं देती. इसका कारण है इस ट्रेन में इस्तेमाल हुई एयर स्प्रिंग टेक्‍नोलॉजी. वंदे भारत एक्‍सप्रेस ट्रेन में परम्‍परागत स्प्रिंग्स के स्थान पर एयर स्प्रिंग का यूज किया गया है. एयर स्प्रिंग्स में हवा भरी होती है जो स्प्रिंग का काम करती है. एयर स्प्रिंग का कनेक्शन एक चेंबर से होता है, जिसका काम हवा के प्रेशर को संतुलित रखना है. यह एयर स्प्रिंग ट्रेन के चलने पर लगने वाले झटकों को बिल्कुल नगण्य कर देता है. साथ ही एयर स्प्रिंग कोई आवाज भी नहीं करते. इससे अंदर बैठे यात्रियों को ट्रेन के पटरी पर चलने पर आवाजें सुनाई नहीं देती.