देश

इलेक्ट्रिक वाहन की चार्जिंग में कभी न करें 4 गलतियां, होगा भारी नुकसान, क्या कहता है 30-80 नियम

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत और दुनियाभर में बढ़ रहे प्रदूषण के चलते अब इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग काफी तेजी से बढ़ रही है. भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में पिछले कुछ वर्षों के दौरान बहुत तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है. कई वाहन निर्माता पहले ही कई सेगमेंट में घरेलू ईवी बाजार में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को लॉन्च कर चुके हैं, जबकि अगले कुछ वर्षों में कई नए इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च होने वाले हैं.

बाजार में ईवी की संख्या बढ़ने के साथ इन वाहनों के प्रति लोगों का नजरिया बदल रहा है. इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने की उन्हें चार्ज करने की जरूरत होती है. हालांकि, किसी भी इलेक्ट्रिक आइटम की तरह इन्हें बेहतर तरीके से चार्ज करना बेहद जरूरी है. कई बार लोग चार्जिंग से जुड़ी गलतियां कर बैठते हैं. इससे वाहन की बैटरी जल्द खराब तो होती ही है, साथ ही आग लगने का खतरा भी बना रहता है. यहां आपको 4 ऐसी बातें बता रहे हैं, जो इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज करने के दौरान ध्यान में रखनी चाहिए

पूरी तरह डिस्चार्ज न करें बैटरी
बैटरी को कभी भी पूरी तरह से डिस्चार्ज न करें, क्योंकि यह उनकी लाइफ पर बहुत प्रभाव डालती है. चार्ज लगभग 20 प्रतिशत होने पर रिचार्ज करने की कोशिश करें. लिथियम-आयन बैटरी पूरी तरह डिस्चार्ज या ड्रेन आउट करने के बजाय 20 प्रतिशत आने के बाद चार्ज कर लें. चार्जिंग को तब तक चालू रखें जब तक कि बैटरी 80 प्रतिशत तक चार्ज न हो जाए. कई कारों में रिजनरेटिव ब्रेकिंग के जरिए भी बैटरी चार्ज होती है, इसलिए कुछ जगह उसके लिए छोड़ना चाहिए.