प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) ने सोमवार को दिल्ली के बुद्ध जयंती पार्क की सैर की. करीब 27 घंटे के दौरे पर सोमवार सुबह दिल्ली पहुंचे किशिदा ने पार्क में गोल गप्पे, लस्सी और आम पन्ना भी चखा. इससे पहले दिन में, पीएम मोदी और किशिदा ने भारत-जापान वैश्विक रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने को लेकर अपनी इच्छा व्यक्त की.
दोनों देशों ने मजबूत रिश्तों को हिंद प्रशांत (Indo-Pacific) क्षेत्र की शांति, स्थिरता और समृद्धता के लिए महत्वपूर्ण माना. इसके अलावा रणनीतिक साझेदारी के कारण विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों को लाभ होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अपने मीडिया बयान में G20 में भारत के अध्यक्ष पद और G7 समूह की अध्यक्षता वाले जापान का जिक्र किया और कहा कि वैश्विक भलाई के लिए दोनों पक्षों की प्राथमिकताओं पर मिलकर काम करने का यह सबसे अच्छा अवसर है.
पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री किशिदा को जी20 की भारतीय अध्यक्षता की प्राथमिकताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी लोकतांत्रिक सिद्धांतों और अंतरराष्ट्रीय कानून के सम्मान पर आधारित है और यह भारत-प्रशांत के लिए भी महत्वपूर्ण है.
पीएम ने कहा कि दोनों पक्षों ने विशेष रूप से रक्षा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, व्यापार और निवेश और स्वास्थ्य सहित अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने सेमी-कंडक्टर और अन्य महत्वपूर्ण तकनीकों के लिए विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला के महत्व पर भी चर्चा की. साथ ही अपनी टिप्पणी में, किशिदा ने कहा कि नई दिल्ली के साथ टोक्यो का आर्थिक सहयोग तेजी से बढ़ रहा है और यह न केवल भारत के आगे के विकास का समर्थन करेगा बल्कि जापान के लिए महत्वपूर्ण आर्थिक अवसर पैदा करेगा.
किशिदा ने कहा, ‘मैं आज भारत की धरती पर एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए अपनी योजना का खुलासा करूंगा. जापानी प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने औपचारिक रूप से मई में जी 7 शिखर सम्मेलन के लिए मोदी को आमंत्रित किया और उनके भारतीय समकक्ष ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया. पिछले साल मार्च में अपनी भारत यात्रा के दौरान किशिदा ने अगले पांच वर्षों में भारत में पांच ट्रिलियन येन (3,20,000 करोड़ रुपये) के निवेश लक्ष्य की घोषणा की थी.’