देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है. बढ़ते कोरोना केस के बीच सरकार भी अलर्ट मोड में है. दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात के अलावा यूपी समेत तमाम राज्यों में कोरोना के नए मरीज सामने आ रहे है. कोरोना के बढ़ते आंकड़े जहां डरा रहे हैं, तो दूसरे तरफ इसको लेकर बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी यानी बीएचयू के वैज्ञानिक ने बड़ा दावा किया है. दावे के अनुसार, वर्तमान में कोरोना के केस बढ़ते जरूर दिख रहे है, लेकिन पहली और दूसरी लहर जैसा कहर अब भारत में नहीं देखने को मिलेगा.
वैज्ञानिकों की शोध में यह बात सामने आई है कि तीसरी लहर में 85 से 90 फीसदी लोग कोरोना के संक्रमित होकर ठीक हो चुकें हैं. बीएचयू वैज्ञानिक ज्ञानेश्वर चौबे ने कहा है कि ऐसे में उन लोगों को दोबारा इंफेक्शन होने के चांस बहुत कम है. इसके अलावा भारत में ज्यादातर लोग वैक्सिनेटेड भी है जिसके कारण उन्हें खतरा नहीं है. ऐसे में बहुत बड़ी वेब का खतरा भारत पर नहीं है.
हालांकि जो 10 प्रतिशत लोग इन्फेक्टेड नहीं हुए है या उन्होंने वैक्सिनेशन भी नहीं कराया है उन्हें जरूर इसका खतरा है, लेकिन यदि पूरे भारत के स्तर पर इसे देखा जाए तो बहुत भयावक इसका असर होगा ऐसा नहीं हैं. प्रोफेसर चौबे ने बताया कि कोरोना का नया वैरियंट XBB1.16 असल में वो ओमिक्रॉन का सब वैरियंट है.इस सब वैरियंट के अंदर भी कोई स्पेसिफिक म्यूटेशन नहीं है जो हमारे इम्युनिटी सिस्टम को चकमा दें सकें.
बता दें कि हालिया आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड मरीजों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है, तो वहीं बनारस में भी एक्टिव केस सामने आने लगे हैं. ऐसे में वैज्ञानिकों का यह दावा थोड़ी राहत जरूर दे रहा है.