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Rising India Summit 2023 में Drugs Free India पर बोले गृहमंत्री अमित शाह – लड़ाई लंबी, मगर मोदी सरकार ने ड्रग्स सिस्टम पर कुठाराघात किया है

‘राइजिंग इंडिया समिट 2023’ के पहले दिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ड्रग्स के खिलाफ मोदी सरकार के अभियान के बारे में विस्तार से बताया. ‘राइजिंग इंडिया सम्मेलन 2023’ ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी से बातचीत के दौरान ‘ड्रग्स फ्री इंडिया’ के सपने से जुड़े एक सवाल के जवाब में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यह काम इतना आसान नहीं है, क्योंकि यह काफी बड़ी समस्या है. ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई काफी लंबे समय तक चलने वाली है. उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में केवल पुलिस और रेवेन्यू डिपार्टमेंट नहीं है, बल्कि पूरी की पूरी सरकार और उसकी मशीनरी शामिल है

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ड्रग्स एक ऐसी समस्या है, जिसकी समाप्ति की कोई डेट नहीं दी जा सकती है और ना हो सकती है. यह एक लड़ाई है और यह लड़ाई लंबे समय तक चलने वाली लड़ाई है. मगर अप्रोच में बदलाव हो सकता है. नरेंद्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में हमने अप्रोच बदला है. हम 2020 से एनकोड करके एक व्यवस्था लेकर आए हैं. इसके अंदर चार स्तरीय व्यवस्था है. दो केंद्रीय स्तर पर, एक राज्य स्तर पर और एक जिला स्तर पर है. पहले पुलिस और रेवेन्यू डिपार्टमेंट इसके खिलाफ लड़ती थी. मगर अब होल ऑफ गवर्नमेंट अप्रोच के साथ हेल्थ डिपार्टमेंट, फार्मास्युटिकल डिपार्मेंट, समाज कल्याण विभाग, जेल, होम मिनिस्ट्री, रेवेन्यू मिनिस्ट्री, फाइनेंस मिनिस्ट्री और बॉडर सिक्योरिटी, नेवी-कोस्टगार्ड सारे, सब इकट्ठा होकर एक साथ लड़े, वो व्यवस्था है- एनकोड व्यवस्था. इसके कारण बड़ा परिवर्तन आया है.

उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार का स्पष्ट अप्रोच है कि जिस बच्चे को ड्रग की आदत पड़ती है वो पीड़ित है, व्यापार करते हैं वो गुनहगार हैं. दोनों के लिए हमारा अलग-अलग अप्रोच है. पीड़ित को रिहैबिलिटेशन सेंटर पर ले जाओ और जो व्यापार कर रहे हैं, वे कभी बाहर न आ पाए, इस प्रकार की कानून से जेल के सलालों के पीछे डालो. बता दें कि अमित शाह ने इंटरव्यू के दौरान राहुल गांधी विवाद, लोकसभा चुनाव और अन्य मसलों पर भी खुलकर अपनी बात रखी.