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गृह मंत्री अमित शाह बोले- राजनेता होकर भी PM मोदी ने ‘मन की बात’ में कभी नहीं की राजनीति, पढ़ें 10 बड़ी बातें

गृह मंत्री अमित शाह ने मन की बात@100 राष्ट्रीय कानक्लेव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण पल है सिक्का और डाक टिकट जारी करने के मौका दिया. उन्होंने कहा, आज अद्भुत प्रयोग के जरिए हमारे नेता के सौ एपिसोड पूरा होने का अवसर है. गृह मंत्री ने कहा, मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण बात है कि अनुराग भाई ने मुझे निमंत्रण देकर 100वें एपिसोड में आमंत्रित किया. उन्होंने कहा, 130 करोड़ की आबादी में छोटे-छोटे स्तर पर देश की तरक्की को अलग-अलग डायमेंशन में करने को 100 एपिसोड को किया.

गृह मंत्री ने कहा, नरेंद्र मोदी ने आकाशवाणी को चुना है, मैंने आकाशवाणी का बहुत प्रशंसक रहा हूं. संवाद के माध्यम आने के बाद अलग-अलग तरह के आकाशवाणी लोग भूल चुके थे आकाशवाणी को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने का काम मोदी जी ने किया. मोदी जी का दृष्टिकोण ही ऐसा है कि उनकी बात जनता तक पहुंचने ही है और मैं मोदी जी का धन्यवाद कहना चाहता हूं कि मोदी जी ने आकाशवाणी को हर घर तक पहुंचाने का काम किया.

पढ़ें अमित शाह के संबोधन की 10 बड़ी बातें-
पीएम ने आकाशवाणी को चुना जो भारत के जनता की आवाज है, 1971 में भारत बंग्लादेश में भारत की विजय का कार्यक्रम मैंने आकाशवाणी पर ही सुना था. शाह ने इंदिरा गांधी को तानाशाह बताते हुए कहा, इंदिरा गांधी पराजित हुई ये आकाशवाणी पर ही सुना. मोदीजी ने जन संवाद के जरिए लोगों तक बराबर बात पहुंचाई, आकाशवाणी को माध्यम बनाया लोगों से जोड़ने का काम किया.
संवाद के माध्यम आने के बाद अलग-अलग तरह के आकाशवाणी लोग भूल चुके थे आकाशवाणी को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने का काम मोदी जी ने किया. मोदी जी का दृष्टिकोण ही ऐसा है कि उनकी बात जनता तक पहुंचने ही है और मैं मोदी जी का धन्यवाद कहना चाहता हूं कि मोदी जी ने आकाशवाणी को हर घर तक पहुंचाने का काम किया: गृहमंत्री अमित शाह
मन की बात एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें एक राजनेता ने 99 एपिसोड तक जनता से संवाद किया लेकिन इन एपिसोड में से एक में भी राजनीति की एक भी बात नहीं की. देश की शक्ति को संगठित करने का काम इस प्लेटफॉर्म के जरिए किया, लोकतंत्र की सफलता को 99 एपिसोड के जरिए उतारा: गृहमंत्री अमित शाह
अमित शाह ने कहा, लोकतंत्र में मोदीजी के बड़े कांट्रीब्यूशन हैं जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण को राजनीति से दूर किया सिर्फ परफार्मेंस ही मापदंड है, उससे लोकतंत्र को नई दिशा मिली.
पद्म पुरस्कार में लोकतंत्र लाया, पहले सिफारिश के आधार पर पद्म पुरस्कार मिलते थे.. आज छोटे से छोटे व्यक्ति को कांट्रीब्यूशन के आधार पर पद्म पुरस्कार मिला: गृहमंत्री अमित शाह
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, नरेन्द्र मोदी ने व्यवहार से कम्युनिकेशन स्किल का बखूबी से इस्तेमाल किया.. इतना परफेक्ट कम्युनिकेशन स्किल किसी नेता का नहीं देता. मंडेला का रेडियो संदेश हो या फिर चर्चिल का रेडियो संदेश इसमें कहीं न कहीं राजनीति थी लेकिन पीएम मोदी के 99 एपिसोड में कहीं राजनीति नहीं थी.
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, मन की बात से छोटे छोटे प्रयोग करने वाली सफलता के साथ काम करने वाले समाज जीवन को कंट्रीब्यूट करने वाले समाज को दृष्टिकोण से देखने वाले समाज को सही दिशा देने वाले लोगों को और संस्थाओं को जन जन तक पहुंचाने का काम किया है. 130 करोड़ की आबादी में लोगों ने मन की बात को सुना है. हम लोगों ने जनता के साथ मिलकर कोविड से मिलकर लड़ाई लड़ी है. विपक्ष के नेता कोविड के समय में बहुत मजाक बनाते थे कि क्या घंटी बजाने से या दिया जलाने से क्या होगा. लेकिन दिया जलाकर हम कोविड के वॉरियर्स का सम्मान करते हैं और घंटी बजाकर खतरे की घंटी को दूर भगाते हैं: गृहमंत्री अमित शाह
कोरोना वॉरियर्स का हौसला बढ़ाने के अलावा कुपोषण माह बनाने का काम किया है. कई कुपोषित बच्चों को गोदी लेकर दूध देकर कुपोषण से बाहर निकाला है: गृहमंत्री अमित शाह
मोदी जी ने मन की बात में विकलांग को दिव्यांग कहकर समाज की प्रगति के साथ जोड़ा है. खादी एक वस्त्र नहीं एक विचार है इस फिलॉसफी को महात्मा गांधी के बाद किसी ने बताया है तो वो मोदी जी ने बताया है. आज बच्चे भारतीय खिलौनों से खेल रहे हैं तो ये मोदी जी ने ही बताया: गृहमंत्री अमित शाह
मन की बात का सरकारी कार्यक्रमों पर गहरा असर है, मोदीजी ने हर चुनौती को अवसर में तब्दील किया है. पूरी दुनिया में कोविड की लड़ाई सरकार ने लड़ी है, भारत में मोदीजी के नेतृत्व में जनता ने लड़ाई लड़ी मोदीजी कोविड के सामने सफल इसलिए हुए क्योंकि 130 करोड़ लोगों की लड़ाई में तब्दील कर दिया: गृहमंत्री अमित शाह