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ठग यहां झोंपड़ी में बैठकर रईसों को ठगते हैं, ऑनलाइन फ्रॉड में मास्टरपीस है, कहीं आप तो इनके…

राजस्थान के भरतपुर जिले में ऑनलाइन ठगी (online fraud) करने वाले ठगों का तगड़ा नेटवर्क है. ये साइबर ठग यहां झोपड़ियों में बैठकर आलीशान बंगलों और महलों में रहने वाले रईसों को अपना शिकार बनाते हैं. पुलिस लाख प्रयास के बावजूद इनका नेटवर्क नहीं तोड़ पा रही है. यह दीगर बात है कि वह समय-समय पर इन शातिर ठगों के खिलाफ कार्रवाई करती है लेकिन उनकी जड़ें खत्म नहीं कर पा रही है. ये साइबर ठग (cyber thug) मुख्यतया ओएलएक्स पर फर्जी विज्ञापन डालकर लोगों को अपने ठगी के जाल में फंसाते हैं.

ये स्वयं को आर्मी का बड़ा अधिकारी बताकर भी लोगों को अपने ठगी के जाल में फंसाते हैं. छोटी-छोटी झोपड़ियों में बैठकर काम करने वाले ये ठग हिंदुस्तान के बड़े-बड़े राजनेताओं और अधिकारियों तक को अपने जाल में फांस लेते हैं. फिर उनको ब्लैकमेल कर उनसे ठगी करते हैं. रुपये न देने पर उनके अश्लील वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर देते हैं. उसके बाद कई लोग मजबूर होकर आत्महत्या जैसा कदम भी उठा लेते हैं.

विधायकों और अधिकारियों को भी फंसा चुके हैं
ये ठग महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के एक-एक विधायक को भी अपना शिकार बना चुके हैं. इसके साथ ही इन्होंने कई अधिकारियों को भी अपने जाल में फंसाया है. मेवात में छोटी-छोटी झोपड़ियों में बैठे हुए ये ठग अपने शौक पूरे करने के लिए इस तरह की ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं. झोपड़ियों में बैठकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और फिर उसके बाद महंगी महंगी गाड़ियों में बैठकर महंगे मोबाइल रखकर अपने शौक पूरे करते हैं. इतना ही नहीं इन ठगों के मेवात इलाके से बाहर आलीशान बंगले बने हुए हैं. उनमें वे आलीशान जिंदगी जीते हैं.

कई तो पूरे गांव के गांव ही ठगी करने में जुटे हैं
साइबर थाना इंचार्ज डिप्टी एसपी अनीता मीणा का कहना है कि मेवात इलाके में जाकर सर्वे किया तो पता लगा कि छोटे-छोटे बच्चे भी ऑनलाइन ठगी के मामले में संलिप्त हैं. इतना ही नहीं कई तो पूरे गांव के गांव ही इस तरह की वारदात को अंजाम देते हैं. इन पर हरसंभव लगाम लगाने का प्रयास किया जा रहा है. नगर, सीकरी, कैथवाड़ा और जुरहरा थाना इलाके के करीब 2 दर्जन से अधिक ऐसे गांव हैं जहां इस तरह की वारदातों को अंजाम दिया जाता है.

कैसे और कहां से हुई ठगी की शुरुआत
जानकारी के मुताबिक करीब 30 साल पहले की बात है जब कुछ लोग छत्तीसगढ़ के जामताड़ा में ठगी की वारदात को अंजाम देने के मामले में प्रशिक्षण लेने गए थे. उसके बाद उन्होंने मेवात को सबसे बड़ा ठगी का इलाका बना दिया. छोटे-छोटे बच्चे भी यहां ऑनलाइन ठगी में माहिर हैं. ग्रुप बनाकर एक जगह बैठकर ये लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं. ओएलएक्स पर फर्जी विज्ञापन डालकर लोगों को मेवात इलाके में बुलाते हैं. फिर उनसे लूटकर उन्हें मारपीट कर वहां से भगा देते हैं.