कश्मीर में सेना और सुरक्षा बलों (Security Forces) ने ऑपरेशन ऑल आउट (operation all out) के तहत पाकिस्तानी आतंकी तंजीमों (Terrorist Organizations) की कमर तोड़ कर रख दी है. इससे ट्रेंड आतंकवादियों में कश्मीर में बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दे पाने की बौखलाहट साफ झलक रही है. वह छोटे हथियारों से की टारगेट किलिंग जैसे हमले कर अपनी खीज मिटा रहे हैं. जिहाजा अब ISI ने एक ऐसा प्लान आतंकियों को सौंपा है जिसे वह खुद मॉनिटर भी कर रहा है. ये प्लान है आतंकियों की शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग का. इसी के तहत अब कई नए अस्थायी ट्रेनिंग सेंटर की जानकारी खुफिया एजेंसियों को मिली है जो कि हाल ही में पीओके में एलओसी के पास बनाए गए हैं.
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक PoK में हिजबुल मुजाहिद्दीन के नए ट्रेनिंग सेंटर की जानकारी मिली है. ये पीओके के सोलनवाली गांव में बनाया गया है. ये अस्थायी सेंटर है यानी कि कभी भी इसे बंद कर किसी दूसरी जगह शिफ़्ट किया जा सकता है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक इस ट्रेनिंग सेंटर में 18 से 20 आतंकियों के रहने और ट्रेनिंग का इंतजाम किया गया है. इस ट्रेनिंग कैंप की जिम्मेदारी हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी मुनीद भाई को सौंपी गई है. मुनीद कैंप का कमॉडर भी है.
पाक फौज की मदद से तैयार हो रही आतंकियों की खेप
इसके अलवा तीन अन्य आंतिकी भी नए रिक्रूटों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक ISI के अधिकारियों की निगरानी में डेढ महीने के शॉर्ट कोर्स को अप्रैल के पहले हफ्ते में शुरू किया गया था, जिसमें 12 से 13 नए आतंकियों को फायरिंग, छोटे हथियारों और ग्रेनेड को इस्तेमाल करने के लिए ट्रेनिंग दी गई. इसमें जंगल वॉरफेयर यानी घुसपैठ के साथ साथ भारतीय सेना से बचने, जंगल की बाधाए जैसे नदी, नाले और फेंसिंग को पार करने के लिए खुद ISI ने पाक फौज की मदद से ट्रेनिंग दिलाई है.
ट्रेनिंग के बाद आतंकवादियों को LOC पार कराने का प्लान
रिपोर्ट के मुताबिक़ फायरिंग प्रैक्टिस पीओके के डोंगी/ बराली के आंतिकी ट्रेनिंग कैंप में कराई गई. इस दौरान हिजबुल मुजाहिद्दीन के डिप्टी सुप्रीम कमांडर ने कोटली में लॉंचिंग पैड और सोलनवाली ट्रेनिंग सेंटर का भी दौरा किया था. ट्रेनिंग के बाद इन आतंकियों को किसी भी हाल में LOC पार कराने की तैयारी है.