मंगलवार यानी 27 जून को देश में पहली बार पांच-पांच वंदेभारत ट्रेनों को रवाना किया जाएगा. अलग-अलग हिस्सों में चलने वाली ये पांचों ट्रेनों को 15 मिनट में झंडी दिखाई जाएगी. इनको प्रधानमंत्री स्वयं झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इनमें एक स्थान पर प्रधानमंत्री स्वयं मौजूद रहेगे, जबकि अन्य स्थानों पर वर्चुअल झंडी दिखाएंगे.
रेलवे मंत्रालय के अनुसार पांच वंदेभारत ट्रेनों में दो मध्य प्रदेश से चलेंगी. प्रधानमंत्री यहां पर स्वयं मौजूद रहकर झंडी दिखाएंगे. मध्य प्रदेश में पहले से एक वंदेभारत ट्रेन भोपाल से दिल्ली के लिए बीच चल रही है. इन दो वंदेभारत ट्रेनों को मिलाकर यहां से चलने वाली वंदेभारत ट्रेनों की तीन हो जाएगी. पांचों वंदेभारत ट्रेन शुरू होने के बाद देश में कुल वंदेभारत की संख्या 23 पहुंच जाएगी.
मौजूदा समय देश के विभिन्न राज्यों और यूटी में 18 वंदे भारत ट्रेनों का सफल संचालन हो रहा है. जिन तीन प्रमुख राज्यों में वंदे भारत का संचालन नहीं हो रहा है, उनमें गोवा, झारखंड और बिहार शामिल हैं. पूर्वोत्तर के राज्यों में असम को छोड़कर बचे हुए सभी राज्यों में अभी ट्रैक का इलेक्ट्रीफिकेशन नहीं हुआ है. असम में वंदे भारत का संचालन शुरू हो चुका है.
मध्य प्रदेश के दो प्रमुख शहरों भोपाल से जबलपुर को जोड़ने के लिए वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत होने वाली है. इससे दोनों शहर के बीच आवागमन करने वालों का समय बचेगा.
भोपाल से इंदौर
मध्य प्रदेश में दूसरी वंदेभारत भोपाल और इंदौर के बीच चलेगी. संभावना है कि बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा.
रांची से पटना
झारखंड और बिहार राज्यों के लिए यह पहली वंदेभारत ट्रेन होगी. दोनों राजधानियों को जोड़ने यानी रांची से पटना के लिए ट्रेन चलाई जा रही है. यहां पर लोगों को आवागमन में सुविधा होगी.
बेंगलुरु-हुबली-धारवाड़
कर्नाटक के लिए यह दूसरी वंदेभारत होगी. इससे पहले एक ट्रेन चेन्नई-बेंगलुरू-मैसूर के बीच चल रही है. इस ट्रेन से ट्रेड को बढ़ावा मिलने की पूरी संभावना है.
गोवा से मुंबई वंदेभारत
गोवा-मुंबई वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन ओडिशा ट्रेन हादसे की वजह से टाल दिया गया था. अब इसका उद्घाटन किया जाएगा. संभावना है कि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.