कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने रविवार को आदिवासी अधिकारों की वकालत की और कहा कि आदिवासी भाई-बहन ‘देश के मूल मालिक’ हैं. उन्होंने आदिवासियों के अधिकारों पर भी जोर देते हुए कहा कि उन्हें जमीन और जंगल पर उनका अधिकार दिया जाना चाहिए. कांग्रेस नेता अपनी लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र में थे.
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार राहुल गांधी ने वायनाड के एक अस्पताल में बिजली सुविधा का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं देशभर में घूम रहा हूं और पूरे भारत में आदिवासी भाइयों-बहनों से मिला हूं. ‘आदिवासी’ नामक शब्द है, जिसका अर्थ है भूमि के मूल मालिक. इसका मतलब है एक विशेष ज्ञान, जिस पृथ्वी पर हम रहते हैं उसके पर्यावरण के बारे में एक विशेष समझ, जिस ग्रह पर हम रहते हैं उसके साथ एक विशेष संबंध, और यह भी कि ‘इस देश के मूल मालिक’ हैं.’
उन्होंने आगे कहा, ‘उन्हें जमीन, जंगल पर अधिकार दिया जाना चाहिए और वे जो चाहें करने की इजाजत दी जानी चाहिए.’ आदिवासियों को मूल मालिक बताते हुए राहुल गांधी ने आगे कहा कि उन्हें अपने बच्चों को इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने, डॉक्टर और वकील बनने या व्यवसाय शुरू करने का अवसर दिया जाना चाहिए.
राहुल गांधी ने कहा ‘आपको जंगल, जमीन और वन उपज पर भी अधिकार देना चाहिए. पूरा ग्रह आपके लिए खुला होना चाहिए. आपको प्रतिबंधित और वर्गीकृत नहीं किया जाना चाहिए.’