दिल्ली में हो रही जी20 समिट को लेकर भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बड़ा बयान दिया है. न्यूज 18 से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत और पीएम मोदी की अध्यक्षता में जी20 देश सहमति के साथ आगे बढ़ रहे हैं. क्या चीन और रूस के राष्ट्र प्रमुखों की गैरमौजूदगी में यूक्रेन पर सहमति बनाने में भारत सफल हो पाया है या नहीं, या यूक्रेन के मसले को हटा दिया गया है? इस पर उन्होंने सर्वसम्मति की बात कही है.
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने सवाल के जवाब में कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में यही अपेक्षा है कि G20 के सभी देश एक सर्वसम्मति की तरफ आगे बढ़ेंगे. सभी देश इस तरफ अग्रसर हैं. उन्होंने कहा कि G20 सम्मेलन की समाप्ति के बाद हम अपेक्षा रखते हैं कि सभी की सहमति के माध्यम से नतीजा सामने आएगा
वहीं, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने शुक्रवार को कहा कि यूरोपीय संघ (ईयू) जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए आम सहमति वाले नेताओं के घोषणापत्र को अंतिम रूप देने के भारत के प्रयासों का समर्थन करता है. यूक्रेन संकट के संदर्भ में पश्चिम और रूस के बीच मतभेद आम सहमति वाली संयुक्त विज्ञप्ति के लिए मुख्य बाधा बने हुए हैं और जी-20 के वार्ताकार पिछले कुछ दिनों से गहन विचार-विमर्श कर रहे हैं.
रूस अंतरराष्ट्रीय समुदाय से खुद को अलग कर रहा
भारतीय नेतृत्व ने रूस और यूक्रेन के बीच शत्रुता को तत्काल समाप्त करने और वार्ता और कूटनीति की ओर लौटने का लगातार आह्वान किया है. भारत ने रूस की कार्रवाई की सार्वजनिक रूप से आलोचना नहीं की है, जो सैन्य हार्डवेयर और ऊर्जा का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है. मिशेल ने कहा, ‘रूस अंतरराष्ट्रीय समुदाय से खुद को अलग-थलग कर रहा है, खासकर तब जब उसने सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य होने के बावजूद संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन किया है.’