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रेल यात्रियों के लिए बुरी खबर, किसान आंदोलन ही नहीं अब जयपुर से भी लगेगा जोरदार बड़ा झटका, हो जाएं तैयार…

 किसान आंदोलन के कारण पिछले 17 दिनों में उत्तर पश्चिम रेलवे जोन की ट्रेनों के 150 फेरे अब तक रद्द हो चुके हैं. दर्जनों ट्रेनों का रूट रोजाना बदला जा रहा है. हरियाणा और पंजाब की तरफ जाने वाली ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है. अब तक सिर्फ किसान आंदोलन के चलते ही ट्रेनें रद्द हो रही थी लेकिन अब NWR राजधानी जयपुर में भी रेलयात्रियों को बड़ा झटका देने जा रहा है. जयपुर जंक्शन और गांधीनगर रेलवे पर चल रहे निर्माण कार्य के कारण आगामी 3 महीने तक रोजाना 15 से 20 घंटे का ब्लॉक लेने की जानकारी सामने आ रही है.

NWR के सीपीआरओ कैप्टन शशि किरण के अनुसार गांधीनगर रेलवे स्टेशन और जयपुर जंक्शन पर रि-डवलपमेंट का काम चल रहा है. इसके चलते जल्द ही ब्लॉक लिया जाएगा. इस ब्लॉक के कारण दोनों स्टेशनों से ट्रेनों का गुजरना रोका जाएगा. इस ब्लॉक के चलते यात्रियों को कुछ परेशानी का सामना करना पड़ेगा. हालांकि फिलहाल ब्लॉक लेने की तारीख तय नहीं की गई है. यह भी हो सकता है कि इसे कुछ समय के लिए टाला भी जा सकता है. लेकिन अगर ब्लॉक लिया जाता है तो विकल्प के तौर पर ढेहर का बालाजी रेलवे स्टेशन और खातीपुरा रेलवे स्टेशन को काम में लिया जाएगा.

यात्रियों के सफर पर बार-बार संकट छा रहा है
कुल मिलाकर NWR जोन की लगभग आधी ट्रेनों पर किसान आंदोलन और ब्लॉक का असर होने जा रहा है. इस समय गर्मियों की छुट्टियां शुरू हो चुकी हैं. लोग परिवार समेत घूमने फिरने के लिए निकल रहे हैं. ट्रेनों में यात्रीभार सबसे ज्यादा है. यात्रियों को बड़ी मुश्किल से रिजर्वेशन मिल पा रहा है. ऐसे में जब इतनी बड़ी तादाद में ट्रेनें रद्द हो रही हैं तो यात्रियों के सफर पर बार-बार संकट छा रहा है.

40 से 45 ट्रेनें प्रभावित हो सकती हैं
किसान आंदोलन पटरियों से कब हटेगा इसका तो फिलहाल पता नही है. लेकिन अगर जयपुर जंक्शन और गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य के चलते ब्लॉक लिया जाता है तो यात्रियों की परेशानियों और बढ़ जाएंगी. यह समर वेकेशन का वह समय है जब ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की मजमा लगा है. ऐसे में अगर ट्रेनों को जयपुर के इन दोनों स्टेशनों से डाईवर्ट किया जाएगा तो परेशानी आना लाजिमी है. ब्लॉक लेने के दौरान ढेहर का बालाजी और खातीपुरा रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन डाईवर्ट की जाने वाली ट्रेनों की संभावित संख्या 40 से 45 हो सकती है.