केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के किए गए वादे धीरे-धीरे पूरे हो रहे हैं. मार्च 2026 तक बस्तर और छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का सफाया करने की प्लानिंग सरकार ने बनाई है. शुक्रवार को इसी कड़ी में जवानों ने नक्सलियों के कोर इलाके में घुसकर ऑपरेशन चलाई हैं. आज सुबह सुकमा जिले के भेज्जी थाना क्षेत्र में नक्सलियों और डीआरजी जवानों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई है. इस मुठभेड़ में 10 नक्सलियों को जवानों ने ढेर कर दिया है. सर्चिंग के बाद मौके से जवानों ने भारी मात्रा में ऑटोमेटिक हथियार भी बरामद किए है. बस्तर आईजी सुंदर राज पी ने बताया कि ओडिशा के रास्ते ये नक्सली दूसरे जगह शिफ्ट होने की प्लानिंग कर रहे थे. नक्सलियों की टीम छत्तीसगढ़ में एंटर करने की कोशिश में थी.
बस्तर आईजी ने बताया कि नक्सलियों के मूवमेंट की जानकारी सुरक्षाबलों को मिली. इसके बाद डीआरजी और सीआरपीएफ के जवानों ने नक्सलियों की घेराबंदी शुरू की. इसके बाद जवानों ने टीम ने नक्सलियों को घेर लिया. दोनों ओर से लगातार फायरिंग भी हुई. मुठभेड़ में जवानों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया.
कोंटा और किस्टाराम एरिया कमेटी से हुई मुठभेड़
बस्तर आईजी ने बताया कि कोंटा एरिया कमेटी और किस्टाराम एरिया कमेटी के साथ जवानों की मुठभेड़ हुई है. ये नक्सली बटालियन की टुकड़ी थी जो किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थी. फिलहाल घटनास्थल में लगातार जवान सर्चिंग कर रहे हैं. मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की शिनख्त अभी भी जारी है. मुठभेड़ में जो नक्सली मारे गए हैं और कौन से केडर्स के है, इसकी फिलहाल अभी जांच की जा रही है. बता दें कि अब तक सुरक्षाबलों ने 200 से अधिक नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवानों का बढ़ाया हौसला
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सरकार नक्सलवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि बस्तर में विकास, शांति और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता है. बस्तर में शांति, विकास और प्रगति का दौर लौट आया है. सुरक्षा बलों को उनके साहस और समर्पण के लिए बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का सफाया निश्चित है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलियों के सफाया करने का लक्ष्य रखा है. इस दिशा में हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं.