बैंकॉक से आए एक सीक्रेट इंटेल ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तैनात कस्टम की एयर प्रिवेंटिव टीम के माथे पर बल ला दिए थे. कस्टम की एयर प्रिवेंटिव टीम को इंटेल मिला था कि बैंकॉक से रवाना हुए एयरक्राफ्ट VT-IPC से खास सामान दिल्ली आ रहा है. लेकिन, जब इस फ्लाइट को लेकर पड़ताल की गई, तब पता चला कि यह फ्लाइट बैंकॉक से दिल्ली नहीं, बल्कि मुंबई जा रही है. इस फ्लाइट का पूरा रूट प्लान स्टडी करने के बाद प्रिवेंटिव टीम को पूरी कहानी समझ आ गई.
कस्टम की एयर प्रिवेंटिव टीम के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, जांच में यह पता चला कि बैंकॉक से जिस एयरक्राफ्ट के बाबत इंटेल मिला था, वह बैंकॉक से मुंबई के बीच उड़ान भरने वाली फ्लाइट 6E-1052 से संबंधित था. इंडिगो एयरलाइंस की यह फ्लाइट बैंकॉक से शाम करीब 4 बजे रवाना होकर शाम करीब सात बजे मुंबई एयरपोर्ट पहुंची थी. सीक्रेट इंटेल में इस फ्लाइट से आ रहे पैकेट को डिलीवरी दिल्ली में किए जाने की बात बताई गई थी.
लिहाजा, फ्लाइट के पूरे रूट को डिटेल में स्टडी किया गया. स्टडी के दौरान पता चला कि यह एयरक्राफ्ट इंडिगो की फ्लाइट 6E-632 बनकर अगले दिन मुंबई से अहमदाबाद और अहमदाबाद से फ्लाइट 6E-2032 बनकर दिल्ली रवाना होने वाला है. अबतदिल्ली पहुंचते ही शुरू हुई एयरक्राफ्ट की तलाशी
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शाम करीब 7:10 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से सूचना मिली कि यह एयरक्राफ्ट दिल्ली के लिए रवाना हो गया है. इस सूचना के साथ कस्टम की स्पेशल टीम एयरोब्रिज एरिया में इस एयरक्राफ्ट का इंतजार करने लगी. यह एयरक्राफ्ट दिल्ली एयरपोर्ट पर रात्रि करीब 20:35 बजे लैंड हुआ. लैंडिंग के साथ ही कस्टम की टीम ने एयरक्राफ्ट को खाली कराकर अपने कब्जे में ले लिया, जिसके बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया.
विमान की सीट के नीचे छिपा रखा था खास सामान
कस्टम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एयरक्राफ्ट की तलाशी के दौरान सीट नंबर 14F, 15A और 15F के नीचे ब्राउन टेप से चौकोर आकार के गोल्ड बार को चिपका रखा था. कस्टम की टीम ने इन तीनों सीटों के नीचे से कुल 12 गोल्ड बार बरामद किए गए. एयरक्राफ्ट की इन सीटों के नीचे से बरामद गोल्ड बार का भार करीब 1050 ग्राम पाया गया, जिसकी कीमत 67,13,417 रुपए पाई गई है. कस्टम से एयरक्राफ्ट से बरामद सोने को जब्त कर लिया है.
बैंकाक में बैठे सोना तस्करों का पूरा मास्टर प्लान
कस्टम के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इंटरनेशनल टर्मिनल में कस्टम की बढ़ती सख्ती को देखते हुए सोना तस्कर लगातार अपनी मॉरस ऑपरेंडी बदल रहे हैं. इस बार, इनकी योजना था कि तस्करी के लिए ऐसे एयरक्राफ्ट को चुना जाए, जो इंटरनेशनल फ्लाइट के बाद घरेलू सेक्टर में जाती हो. चूंकि, घरेलू सेक्टर में कस्टम की मौजूदगी नहीं होती है, लिहाजा फ्लाइट में छिपाए गए सोने को आसानी से बाहर निकाला जा सकता है. लेकिन, कस्टम की सतर्कता के चलते तस्करों की यह कोशिश भी नाकाम हो गई.क प्रिवेंटिव टीम के सामने पूरा मामला आइने की तरह साफ हो चुका था, लिहाजा, एयरक्राफ्ट VT-IPC के बाबत एयरपोर्ट ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (एओसीसी) और एयर ट्रैफिक कंट्रोल सेंटर (एटीसी) को अलर्ट कर कस्टम प्रिवेंटिव की स्पेशल टीम घात लगाकर बैठ गई.