27 मई को दक्षिणी शहर राफा में विस्थापित लोगों के लिए बने तंबुओं पर इजरायल द्वारा हमला किया गया था. अब इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को “दुखद दुर्घटना” कहा है. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, तम्बू शिविरों पर हमले में कम से कम 45 लोग मारे गए और लगभग 250 अन्य घायल हो गए.
इजरायली पीएम ने संसद (नेसेट) में कहा कि ‘राफा में, हमने दस लाख वैसे लोगों को निकाला है जो युद्ध में शामिल नहीं हैं. हमारे सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, कल एक दुखद दुर्घटना हुई.’ उन्होंने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं और इसकी ज्यादा जानकारी जल्द ही साझा करेंगे. बता दें कि राफा में घातक हमले के बाद इज़रायल को अंतरराष्ट्रीय आलोचना और निंदा का सामना करना पड़ा.
हालांकि नेतन्याहू ने अपने संबोधन के दौरान गाजा में बंधक बनाए गए बंधकों के रिश्तेदारों द्वारा घेर लिए जाने पर आक्रामक रवैया अपनाया. उन्होंने कहा कि हमास को नष्ट करने के लिए जो अभियान चल रहा है वह जारी रहेगा. इज़रायली प्रधान मंत्री ने उस दबाव की भी निंदा की जो उनकी सरकार युद्ध की शुरुआत से ही झेल रही है.
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत ने इजराइल को राफा में अपनी सैन्य कार्रवाई रोकने का आदेश दिया था, जिसके दो दिन बाद रविवार को यह हमला किया गया. इस महीने की शुरुआत में इजराइल के हमले से पहले तक राफा में गाजा की आधी से ज्यादा आबादी ने शरण ली हुई थी. इलाके में हजारों लोग अब भी रह रहे हैं, जबकि बहुत से लोग यहां से भाग निकले हैं.
सबसे बड़े हवाई हमले की फुटेज से इलाके में भारी तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है. इजराइली सेना ने हमले की पुष्टि की और बताया कि उसने हमास के एक ठिकाने को निशाना बनाया और इसमें हमास के दो चरमपंथी मारे गये.