देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की योजना मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में देशभर में 400 नए ब्रांच खोलने की है. एसबीआई नेटवर्क विस्तार की योजना के तहत यह कदम उठाने जा रहा है. पब्लिक सेक्टर के बैंक ने पिछले वित्त वर्ष में 137 ब्रांच खोली हैं. इनमें से 59 नई ग्रामीण ब्रांच हैं.
बीते शुक्रवार (21 जून) को एसबीआई के शेयरों में 0.88 फीसदी की गिरावट आई है और यह शेयर बीएसई पर 836.40 रुपये के भाव पर बंद हुआ है. इस गिरावट के साथ देश के सबसे बड़े लेंडर एसबीआई का मार्केट कैप घटकर 7.46 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
89 फीसदी डिजिटल और 98 फीसदी लेनदेन ब्रांच के बाहर
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने पीटीआई को बताया, ‘‘किसी ने मुझसे पूछा कि 89 फीसदी डिजिटल और 98 फीसदी लेनदेन ब्रांच के बाहर हो रहे हैं, क्या अब ब्रांच की जरूरत है. मेरा जवाब हां है. यह अब भी जरूरी है क्योंकि नए क्षेत्र उभर रहे हैं.’’
देश भर में एसबीआई की 22,542 ब्रांच मौजूद
खारा ने कहा कि अधिकांश सलाहकार और संपदा सेवाएं केवल शाखाओं के जरिये दी जा सकती हैं. एसबीआई के चेयरमैन ने कहा, ‘‘हम उन स्थानों की पहचान कर रहे हैं जहां संभावनाएं मौजूद हैं. उन स्थानों पर हमारी चालू वित्त वर्ष में 400 नई ब्रांच खोलने की योजना है.’’ मार्च, 2024 तक एसबीआई की देशभर में 22,542 ब्रांच थीं.
सब्सिडियरी कंपनियों के मोनेटाइजेशन के बारे में पूछे जाने पर खारा ने कहा कि एसबीआई उन्हें लिस्ट करने से पहले उनके ऑपरेशन को और बढ़ाएगा.