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पुतिन के ‘घर’ में 10 घंटे से फंसे हैं 220 इंडियन, फर्श पर सोकर बिताए रात, एयर इंडिया को क्यों कोस रहे लोग

एयर इंडिया की फ्लाइट AI183 से सैन फ्रांसिस्को जा रहे 220 मुसाफिर बीते 10 घंटों से रूस के क्रास्नोयार्स्क एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं. यह फ्लाइट दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 18 जुलाई को सैन फ्रांसिस्‍को के लिए रवाना हुई थी. लेकिन, बीच रास्‍ते प्‍लेन के कार्गो होल्‍ड एरिया में आई तकनीकी खराबी के चलते फ्लाइट को रूस के क्रास्नोयार्स्क एयरपोर्ट की तरफ डाइवर्ट कर दिया गया था.

क्रास्नोयार्स्क एयरपोर्ट पर फ्लाइट की सकुशल लैंडिंग के बाद सभी 220 मुसाफिरों और 19 फ्लाइट क्रू मेंबर्स को प्‍लेन से डिबोर्ड कर टर्मिनल के ट्रांजिट एरिया में ले जाया गया. यात्रियों का आरोप है कि प्‍लेन से डिबोर्ड होने के बाद एयरलाइंस ने अपने क्रू के खाने और होटल का तो प्रबंध कर दिया, लेकिन यात्रियों के लिए न ही होटल में रुकने की व्‍यवस्‍था की गई है और न ही खाने का कोई उचित इंतजाम किया गया है.

एयर इंडिया की फ्लाइट AI-183 के एक यात्री प्रवेश मिश्र ने अपना गुस्‍सा जाहिर करते हुए अपने X एकाउंट में लिखा है कि रूस में फंसे AI183 के बारे में अपडेट के हकदार हम भी हैं. कई घंटे बीतने के बावजूद एयरलाइन की तरफ से काई आधिकारिक जानकारी नहीं आए है. ऐसा लगता है कि आपने सिर्फ अपने क्रू मेंबर्स के रहने और खाने का प्रबंध किया है, लेकिन यात्रियों के लिए अब तक कोई व्‍यवस्‍था नहीं की गई है.

वहीं, जीरा नामक यात्री ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया हे कि दस घंटे से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक वैकल्पिक फ्लाइट्स का इंतजाम नहीं हो पाया है. इसके अलावा, गरिमा नामक यात्री ने नाराजगी जाहिरए करते हुए लिखा है कि एयर इंडिया का क्रू AI 183 के यात्रियों के साथ एयरपोर्ट पर भी नहीं है. एयरलाइंस उनके रहने, खाने-पीने और ठहरने का ख्याल रख रही हैं, लेकिन अपने यात्रियों का नहीं.