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साबरमती एक्सप्रेस में चैन से सो रहे थे लोग, तभी आई जोरदार आवाज, ट्रेन में मच गई चीख-पुकार…6 ट्रेनें हुईं रद्द, कई का बदला रूट

उत्तर प्रदेश के वाराणसी से शनिवार रात अहमदाबाद के लिए रवाना हुई साबरमती एक्सप्रेस में अपनी रफ्तार से रेल पटरी पर दौड़ रही थी. ट्रेन में सवार सभी यात्री चैन की नींद सो रहे थे. यह ट्रेन कानपुर में गोविंदपुरी स्टेशन के करीब पहुंची तो एक जोरदार आवाज से लोगों की नींद खुल गई. ट्रेन में सवार लोगों में चीख-पुकार मच गई है. तभी कड़-कड़ की आवाज के साथ ट्रेन थोड़ी दूर जाने पर रुक गई. जैसे ही ट्रेन रुकी घबराए लोग तुरंत वहां से बाहर निकल आए और उन्होंने जो देखा उससे हैरान रह गए. वहां गोविंदपुरी स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस के कम से कम 20 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. लोग यह नजारा देखकर हैरान थे और बड़ी अनहोनी की आशंका जताने लगे. हालांकि गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.

उत्तर-मध्य रेलवे (एनसीआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि यह हादसा तड़के ढाई बजे हुआ. उन्होंने बताया कि साबरमती एक्सप्रेस के 20 डिब्बे कानपुर और भीमसेन रेलवे स्टेशन के बीच पटरी से उतर गए. हालांकि, इस हादसे में किसी के मारे जाने या घायल होने की फिलहाल कोई खबर नहीं है. त्रिपाठी के मुताबिक, ड्राइवर से पूछताछ में पता चला है कि ट्रेन के इंजन से कोई बड़ा पत्थर आ टकराया, जिससे यह हादसा हुआ. उन्होंने बताया कि ट्रेन में इंजन के अगले हिस्से में जानवरों से बचाव के लिए लगा ‘कैटल गार्ड’ इस टक्कर से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर मुड़ गया.

रेल मंत्री ने अश्विनी वैष्णव क्या कहा
हालांकि इस हादसे के बाद एक सवाल उठ रहा है कि आखिर रेल पटरी पर इतना बड़ा पत्थर आया कहां से? इस सवाल का जवाब पता लगाने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जांच के आदेश दे दिए हैं.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘साबरमती एक्सप्रेस (वाराणसी-अमदावाद) का इंजन आज तड़के 2:35 बजे कानपुर के पास ट्रैक पर रखी किसी चीन से टकराकर पटरी से उतर गया. तेजी से टकराने के निशान देखे गए हैं. साक्ष्य सुरक्षित हैं. आईबी और उत्तर प्रदेश पुलिस भी इस पर काम कर रहे हैं. यात्रियों या कर्मचारियों को कोई चोट नहीं आई है. यात्रियों की आगे की यात्रा के लिए ट्रेन की व्यवस्था की गई है.’

7 ट्रेनें रद्द, 3 के रूट डायवर्ट
रेलवे के अनुसार, हादसे की वजह से सात ट्रेन रद्द कर दी गई हैं, जबकि तीन के मार्ग में बदलाव किया गया है. त्रिपाठी ने बताया कि यात्रियों को बस से कानपुर सेंट्रल स्टेशन भेजा गया है, जहां से उन्हें उनके गंतव्य की ओर रवाना किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, आठ डिब्बों वाली एक मेमू ट्रेन को कानपुर से दुर्घटनास्थल के लिए रवाना किया गया, ताकि यात्रियों को कानपुर लाकर उन्हें उनके गंतव्य तक भेजने की व्यवस्था की जा सके.’ हादसे के बाद रेलवे ने यात्रियों और उनके परिजनों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.