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न्यूयॉर्क में बनेगी चीन को घेरने की रणनीति, PM मोदी के साथ बैठेंगे यूएस, जापान और ऑस्ट्रेलिया के लीडर्स

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने की 21 तारीख से तीन दिनों के लिए अमेरिका यात्रा पर रहेंगे. इस दौरान मुख्य रूप से चीन के खिलाफ रणनीति बनाने को लेकर दुनिया के तीन अन्य शासनाध्यक्षों के साथ उनकी अहम बैठक होगी. वह वार्षिक क्वाड शिखर बैठक में शामिल होंगे. इसके साथ संयुक्त राष्ट्र महासभा में समिट ऑफ द फ्यूचर को संबोधित करेंगे. विदेश मंत्रालय ने बताया कि मोदी 22 सितंबर को न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे.

विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री की यात्रा की घोषणा करते हुए कहा कि मोदी 21 सितंबर को डेलवेयर के विलमिंगटन में क्वाड लीडर्स समिट में शामिल होंगे, जिसकी मेजबानी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन करेंगे. इसमें आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और उनके जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा भी शामिल होंगे. गौरतलब है कि क्वेड की स्थापना ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को काउंटर करने के लिए किया गया है.

इस साल क्वाड शिखर बैठक की मेजबानी करने की बारी भारत की थी. लेकिन वाशिंगटन के अनुरोध के बाद भारत अगले साल शिखर बैठक की मेजबानी के लिए सहमत हो गया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि क्वाड शिखर बैठक में नेता पिछले एक साल में क्वाड द्वारा हासिल की गई प्रगति की समीक्षा करेंगे और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों के लिए एजेंडा तय करेंगे.

संयुक्त राष्ट्र महासभा 
मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में 23 सितंबर को समिट ऑफ द फ्यूचर को संबोधित करेंगे. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इसमें विभिन्न देशों के नेता एक मंच पर आएंगे और इस बात पर नयी अंतरराष्ट्रीय सहमति बनाएंगे कि कैसे वर्तमान को बेहतर और भविष्य को सुरक्षित बनाया जाए.

इस दौरान प्रधानमंत्री दुनिया के कई अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा करेंगे. मंत्रालय ने कहा कि भारत 2025 में क्वाड शिखर बैठक की मेजबानी करेगा. अमेरिका के अनुरोध के बाद भारत 2025 में अगले क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने को सहमत हो गया है.

न्यूयॉर्क में मोदी दोनों देशों के बीच व्यापक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए टॉप अमेरिकी कंपनियों के सीईओ के साथ भी बातचीत करेंगे. प्रधानमंत्री एआई , क्वांटम कंप्यूटिंग, सेमीकंडक्टर और बायो टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच व्यापक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका की प्रमुख कंपनियों के सीईओ के साथ भी बातचीत करेंगे.

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