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गंगा-यमुना में आई बाढ़ भी प्रतियोगी छात्रों का नहीं तोड़ पाई हौसला, छत पर पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी

प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में गंगा-यमुना के बढ़े जलस्तर से केवल प्रयागराज के स्थानीय लोग ही प्रभावित नहीं हुए हैं. यहां लाखों की संख्या में रहने वाले प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र भी प्रभावित हुए हैं. बता दें कि प्रयागराज के जिन मोहल्ले में प्रतियोगी छात्रों की संख्या अधिक है, वह मोहल्ले बाढ़ में डूब चुके हैं.

बाढ़ को बाद भी छत पर पढ़ाई कर रहे छात्र
दिल्ली के बाद प्रयागराज ही ऐसा शहर है, जहां पर पूरे देश में सबसे ज्यादा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाली छात्र रहकर अपने सपनों को साकार करते हैं. इस प्रयागराज में इन दिनों यहां के दर्जनों मोहल्ले में रहने वाले प्रतियोगी छात्र भीषण बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, जिससे उनका न केवल जनजीवन प्रभावित हुआ है बल्कि अध्ययन अध्यापन का कार्य भी प्रभावित हो चुका है.

बाढ़ को लेकर प्रतियोगी छात्र ने बताया
वहीं, लोकल 18 से बात करते हुए प्रतियोगी छात्र प्रदीप चौरसिया ने बताया कि आगामी 27 अक्टूबर को होने वाले पीसीएस परीक्षा को लेकर वह दिन रात मेहनत कर रहे हैं. ऐसे में बाढ़ आ जाने से उनका पढ़ाई का कार्य प्रभावित न हो, इस वजह वह छत के ऊपर दिन के समय में पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस प्रकार सैकड़ों छात्र दिन रात मेहनत कर रहे हैं.

प्रयागराज के तटीय इलाके डूबे
प्रयागराज में आई भीषण बाढ़ की चपेट में प्रयागराज के तटीय इलाकों में बसे कुछ मोहल्ले पूरी तरह डूब चुके हैं. यह वही मोहल्ले हैं, जहां उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के युवा रहकर अपने सपनों की उड़ान भरना चाहते हैं. एक दर्जन से अधिक मोहल्ले बाढ़ में डूब गए हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में हुई बारिश एवं पहाड़ी क्षेत्र में हुई बारिश की वजह से गंगा एवं यमुना नदियों में तूफान देखने को मिल रहा है. इसका असर प्रयागराज में ज्यादा देखने को मिल रहा है. क्योंकि प्रयागराज में जाकर गंगा एवं यमुना नदियों का संगम होता है.

जानें डूबने वाले मोहल्लों के नाम
इस बाढ़ से प्रयागराज में एक दर्जन से अधिक मोहल्ले बाढ़ में डूब चुके हैं. जिनमें से छोटा बघाड़ा, ढरहरिया, दारागंज, बक्शी बांध ,शुक्ला मार्केट ,सालोरी, गोविंदपुर, शिवकुटी, रसूलाबाद ,तेलियरगंज, राजापुर एवं अशोकनगर के मोहल्ले गंगा के बाढ़ में डूबे हैं. वहीं गऊघाट एवं पुराने शहर का इलाका यमुना के जलस्तर से डूब चुका है.