छत्तीसगढ़

खाने में नहीं दी मिर्च, तो आपा खो बैठा जवान, उठाई बंदूक और तड़ातड़ चलाई गोलियां, इतने जवानों की मौत

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में एक दिन पहले यानी 19 सितंबर को एक जवान ने दो साथियों को गोलियों से भून दिया था. उसने कैंप में अंधाधुंध गोलियां चलाकर दो जवानों की हत्या कर दी थी और कुछ घायल हो गए थे. इसमें मारे गए दोनों जवान मध्य प्रदेश के थे. पुलिस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि जवानों के बीच मिर्ची को लेकर विवाद शुरू हुआ था. यह विवाद इतना बढ़ गया था कि जवान ने हाथ में रायफल लेकर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस का कहना है कि हत्या के आरोपी जवान से पूछताछ चल रही है. जवान अक्सर क्रोध में आकर आपा खो देता है.

गौरतलब है कि, यह घटना सुरक्षाबलों के भूताही कैंप में घटी. यह कैंप झारखंड सीमा के पास लगा हुआ है. सूत्र बताते हैं आरोपी अजय सिदार सात सितंबर को ही छुट्टियों से लौटा था. वह क्रोधी स्वभाव का है. वह अक्सर साथियों के साथ झगड़ा-फसाद करता रहता है. 18 सितंबर को सभी जवान मिलकर खाना का रहे थे. इस दौरान जवान रूपेश पटेल सभी को खाना परोस रहा था. अजय ने रूपेश से मिर्ची मांगी तो उसने नहीं दी. इस पर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया. यह विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपी अजय आपा खो बैठा.

करने लगा अंधाधुंध फायरिंग
आरोपी अजय ने आनन-फानन में दूसरे जवान से इंसास राइफल छीनी और अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं. भोपाल से प्रकाशित अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, इस फायरिंग में मध्य प्रदेश के मैहर जिले के रूपेश पटेल (39 साल) और रीवा जिले के संदीप पांडे (39 साल) की मौत हो गई. इस दौरान अंबुज शुक्ला घायल हो गया. अजय और हत्याएं कर पाता उससे पहले ही बाकी जवानों ने उसे काबू कर लिया. जवानों ने उसके हाथ से राइफल छीन ली. पुलिस ने बताया का रूपेश की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि संदीप ने अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया. आरोपी अजय से पूछताछ चल रही है.