लखनऊ. यूपी एसटीएफ के चीफ और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने कहा कि सुल्तानपुर डकैती के फरार आरोपियों पर पुलिस एक्शन आगे भी जारी रहेगा. जो सरेंडर करके जेल जाना चाहते हैं, चले जाएं. एनकाउंटर पर आए बयानों पर अमिताभ यश ने कहा कि पॉलिटिकल कमेंट्स पर मैं कुछ नहीं कहूंगा. चप्पल में एनकाउंटर पर उन्होंने कहा कि ‘एसटीएफ अपने फैसले हालात के अनुसार लेती है. जैसे हालात होते हैं, वैसे ही एसटीएफ काम करती है.’
आईपीएस यश ने आगे कहा, ‘चप्पल में एनकाउंटर पर अनावश्यक बहस हो रही है. बड़े माफियाओं, अपराधियों, सनसनीखेज घटनाओं पर एसटीएफ काम करती है. लिहाजा हर तरह के हमले का जवाब देने के लिए एसटीएफ को तैयार रहना पड़ता है. बिना किसी तथ्य, आधार के एसटीएफ पर कमेंट ठीक नहीं.’
‘हर एनकाउंटर की जांच होती है’
बीते कुछ दिनों से एसटीएफ पर आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘हर एनकाउंटर की जांच होती है. चप्पल में एनकाउंटर जैसे आरोप कॉमन सेंस के खिलाफ हैं. उस घटना के समय और वायरल फोटोग्राफ के बीच करीब तीन घंटे का अंतर है. डिप्टी एसपी का जूता कीचड़ से सन गया था, लिहाजा उनके पास जो फुटवेयर था, वो पहन लिया. इसमें कंट्रोवर्सी की क्या बात है.’
‘एसटीएफ को स्पेशल ठाकुर फोर्स कहना तथ्यहीन’
इशारों-इशारों में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘एसटीएफ को स्पेशल ठाकुर फोर्स कहना तथ्यहीन है. एसटीएफ में हर बिरादरी के लोग हैं. साइको एनालिसिस ,पूर्व परफोर्मेंस के आधार पर हम पुलिसकर्मियों को एसटीएफ में लेते हैं. सुल्तानपुर डकैती के 14 मुलजिमों के नाम मीडिया को बताए गए थे. तब किसी ने मुलजिमों के नाम, जाति पर सवाल नहीं उठाए. टेक्निकल सर्विलांस, मुखबिरों, गिरफ्तार मुलजिमों से पूछताछ के आधार पर कार्रवाई हुई.’
‘आरोपों को एसटीएफ अपने स्टाइल में डील करती है’
उन्होंने कहा, ‘पहले की सरकारों में भी एसटीएफ को घेरा जाता था. ददुआ को रॉबिनहुड बताकर एसटीएफ को घेरा गया. समाज में ऐसे भी लोग हैं जिन्हें अच्छे काम बुरे लगते हैं. कुछ लोगों के हित प्रभावित होते हैं, जो बड़े लोग हैं. मजिस्ट्रेटी जांच में जिसको सबूत पेश करना है वो कर सकता है. अनर्गल आरोप लगाना आज की लाइफ का हिस्सा हो गया है. ऐसे आरोपों को एसटीएफ अपने स्टाइल में डील करती है.’