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डूबने की कगार पर आई एमटीएनएल, एसबीआई ने सैकड़ों करोड़ रुपये के कर्ज को NPA घोषित किया

सार्वजनिक क्षेत्र की टेलीकॉम कंपनी एमटीएनएल (MTNL) मुसीबत के दलदल में फंसती जा रही है. एसबीआई (SBI) ने कर्ज न चुका पाने के चलते एमटीएनएल को एनपीए (NPA) घोषित कर दिया है. साथ ही एसबीआई ने चेतावनी दी है कि अगर वह पेमेंट करने में असफल रही तो उससे जुर्माने के साथ ब्याज लिया जाएगा. एमटीएनएल को एसबीआई का 325.53 करोड़ रुपये का लोन चुकाना है. एसबीआई ने कहा है कि अगर समय से उसे पेमेंट नहीं किया गया तो वह कानूनी प्रक्रिया भी शुरू करेगा.

एमटीएनएल (Mahanagar Telephone Nigam Limited) ने एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी कि एसबीआई (State Bank of India) ने उसे एनपीए कैटेगरी में डाल दिया है. उसे 30 सितंबर, 2024 तक बैंक का 325 करोड़ रुपये से ज्यादा पैसा चुकाना है. इससे पहले पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) और अन्य बैंकों ने 9 सितंबर को एमटीएनएल के खिलाफ ऐसी ही कार्रवाई की थी. एसबीआई ने टेलीकॉम कंपनी को भेजे अपने पत्र में लिखा है कि आप 30 जून तक किस्त चुकाने में असफल रहे हैं. इसके बाद 90 दिन गुजर जाने के बाद आपके अकाउंट को 28 सितंबर को एनपीए घोषित किया जा रहा है.

एसबीआई का यह फैसला एमटीएनएल के लिए मुसीबतों के पहाड़ खड़े कर सकता है. एसबीआई ने अपने पेमेंट की तत्काल डिमांड की है. बैंक ने एमटीएनएल से कहा है कि वह 325.52 करोड़ रुपये में से 281.62 करोड़ रुपये तत्काल चुकाए ताकि उसका अकाउंट दोबारा से चलाया जा सके. अगर एमटीएनएल यह रकम नहीं चुकाती है तो यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) और बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) भी उसके खिलाफ ऐसी ही कार्रवाई शुरू कर सकते हैं. साथ ही पंजाब एंड सिंध बैंक (Punjab & Sind Bank) और यूको बैंक (UCO Bank) भी इस मामले पर जल्द ही फैसला ले सकते हैं.

एमटीएनएल के ऊपर 30 अगस्त, 2024 तक 31,944.51 करोड़ रुपये का कुल कर्ज था. कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को यह जानकारी दी थी कि वह अगस्त में 422.05 करोड़ रुपये का लोन पेमेंट करने में असफल रही है. इसमें कई बैंकों का पैसा शामिल था. एसबीआई ने एमटीएनएल से कैश फ्लो की जानकारी भी मांगी है. एमटीएनएल ने मुंबई और दिल्ली में अपनी 158 प्रॉपर्टी को बेचने की तैयारी भी कर ली है. साथ ही कई जगह को किराए पर भी लगाया जाएगा.