छत्तीसगढ़

इन लोगों से कोई बात नहीं करेगा,’ पूरे परिवार से लोगों ने किया किनारा…..चौंकाने वाली है वजह

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से चौंकाने वाली खबर है. यहां दबंगों ने एक परिवार का हुक्का-पानी बंद करने का फरमान जारी किया है. इसके बाद लोग इस परिवार से संबंध रखना तो क्या, बातचीत करने से भी हिचक रहे हैं. दरअसल, ये पूरा मामला एक जमीन का है. जमीन पीड़ित परिवार की है. परिवार ने जब इस पर घर बनाया तो दबंगों को यह रास नहीं आया. इसके बाद उन्होंने परिवार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया. इन सबसे परेशान होकर अब पीड़ित परिवार ने कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है. इस मामले में सरपंच का कहना है कि परिवार का हुक्का-पानी बंद नहीं किया है, केवल बातचीत करने से मना किया है. उन्होंने कहा कि परिवार ने गांव के प्रमुखों की बात की अनदेखी की. इसलिए यह फैसला लेना पड़ा.

बता दें, यह मामला कांकेर जिले के ग्राम जेपरा का है. यहां सिन्हा परिवार मुश्किलों से घिर गया है. यहां गांव के दबंगों-प्रमुखों ने इस परिवार का हुक्का पानी बंद करने फरमान जारी किया है. इस वजह से गांववालों ने परिवार के यहां आना-जाना बंद कर दिया है. लोग इस परिवार के सदस्यों से बातचीत करने से भी कतराने लगे हैं. लोगों के इस व्यवहार से परेशान होकर पीड़ित परिवार कलेक्टर से मिलने पहुंचा. परिवार ने कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा. परिवार ने कलेक्टर से इस मामले को सुलझाने का निवेदन किया है.

यह है विवाद की मूल वजह
पीड़ित परिवार के जितेंद्र सिन्हा और शिवराज ने बताया कि दबंगों ने बाकायदा गांव में हुक्का-पानी बंद करने की मूनादी कराई है. उन्होंने इसका वीडियो भी दिखाया. उन्होंने बताया कि गांव के प्रमुखों ने जमीन को लेकर यह कदम उठाया है. हमने अपने पैतृक जमीन में घर बना लिया है. चूंकि, जमीन के पास में ही गांव का वार्षिक मेला लगता है. इस मेले के चलते इस जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही थी. इसलिए हमने अपने जमीन पर घर बनवा लिया. गांव के प्रमुख हमने उस जमीन को छोड़ने के लिए कह रहे हैं. जबकि, वह जमीन हमारी पैतृक संपत्ति है. इस मामले में गांव के सरपंच ने कहा कि परिवार का हुक्का पानी बंद नही किया गया है. सिन्हा परिवार ने गांव की सहमति को दरकिनार कर घर बनाया है. इसलिए उनसे बातचीत करने के लिए मना किया है.

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NEWSDESK