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एलन मस्क का स्टारशिप लॉन्च को तैयार, पहले चार बार हुआ फेल, मंगल पर इंसानों को बसाने में कैसे करेगा मदद

दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क अंतरिक्ष उड़ान को लेकर इतिहास रचने की तैयारी में हैं. उनकी मालिकाना हक वाली कंपनी स्पेसएक्स अब तक की सबसे बड़े अंतरिक्षयान लॉन्च करने की तैयारी में है. उनके इस स्पेशल यान का नाम स्टारशिप दिया गया है. इसे रविवार को लॉन्च करने की तैयारी है. एलन मस्क ने खुद एक्स (X) पर ट्वीट कर जानकारी दी है. स्पेसएक्स ने स्टारशिप के बारे लेटेस्ट अपडेट जारी करते हुए, उसका फोटो शेयर किया है. साथ में कैप्शन में लिखा है, ‘स्टारशिप अपने पांचवें उड़ान परीक्षण से पहले तैयार है. हमें 13 अक्टूबर को उड़ान भरने के लिए समय पर विनियामक सहमति का इंतजार है.’

स्पेसएक्स के पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए मस्क ने लिखा, ‘ऐसा लग रहा है कि स्टारशिप रविवार को उड़ान भर सकता है! यह अब तक की सबसे बड़ी और सबसे शक्तिशाली उड़ने वाली वस्तु है, जो सैटर्न-V मून रॉकेट के दोगुने से भी ज़्यादा स्पीड से उड़ान भरेगी. हम इसे लॉन्च साइट पर वापस आने पर विशाल चॉपस्टिक (कराटे किड की तरह) की तरह ‘मेचाजिला आर्म्स’ से पकड़ने की कोशिश करेंगे!’

अब जानते हैं मस्क के विशालकाय और अब तक के सबसे बड़े इस अंतरिक्षयान स्टारशिप के बारे में. यह स्टारशिप का पांचवा उड़ान टेस्ट मिशन है. इससे पहले चार टेस्टिंग लॉन्चिंग हो चुकी है. चारों टेस्टिंग असफल रही. हालांकि, सभी खामियों को दूर करते हुए पांचवें उड़ान की तैयारी की गई है. इसकी विशेषताओं के बारे में बात करें तो पहली बार ऐसा स्पेशशिप बनाया गया है, जिसे बार-बार यूज किया जा सकता है. मतलब की अंतरिक्ष में जाइए और फिर लौट आइए… इससे भी बड़ी खासियत है कि इसका थ्रस्ट पावर. इसका थ्रस्ट आम फ्लाइट्स जिसमें आम इंसान उड़ान भरता है, उनके 700 गुना ज्यादा है. इस बूस्टर के बेस पर 33 इंजन लगभग 74 मेगान्यूटन का थ्रस्ट उत्पन्न करते हैं.

स्टारशिप की कुछ खास बातें

  1. री-यूजेबिलिटी:स्टारशिप पूरी तरह से री-यूजेबल है. इसका अर्थ है कि यह कई बार उड़ान भर सकती है.
  2. लंबाई:स्टारशिप की ऊंचाई लगभग 120 मीटर यानी की लगभग 400 फीट है.
  3. व्यास:इसका व्यास लगभग 9 मीटर है.
  4. पेलोड क्षमता:स्टारशिप लगभग 150 टन पेलोड ले जा सकती है.
  5. इंजन:इसमें 33 रैप्टर इंजन लगे हुए हैं.
  6. ईंधन:यह मेथेन और ऑक्सीजन से चलेगी.
  7. स्पीड:इसकी गति लगभग 27,000 किमी/घंटा होगी.
  8. उड़ान क्षमता:यह लगभग 40,000 किमी की ऊंचाई तक जा सकती है.
  9. मंगल ग्रह तक यात्रा:यह मंगल ग्रह तक यात्रा करने में सक्षम है.
  10. मानव बस्ती:इसका उद्देश्य मंगल ग्रह पर मानव बस्ती स्थापित करना है.