भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे श्रेयस अय्यर ने रणजी ट्रॉफी में धमाका करते हुए डबल सेंचुरी ठोकी है. उन्होंने अपने 7 साल से चल रहे फर्स्ट क्लास डबल सेंचुरी के इंतजार को खत्म कर दिया. गुरुवार को रणजी ट्रॉफी मुकाबले में ओडिशा के खिलाफ मुंबई के लिए 201 गेंदों में 200 रन बनाए. इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचइजी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स को चैंपियन बनाने के बाद भी कप्तान श्रेयस अय्यर को टीम ने मेगा ऑक्शन से पहले रिलीज कर दिया.
श्रेयस अय्यर ने रणजी ट्रॉफी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए मुंबई के लिए डबल सेंचुरी जमाई है. 7 साल में यह उनका पहला फर्स्टक्साल दोहरा शतक था. पिछला दोहरा शतक 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आया था जब वह भारत ए के लिए खेल रहे थे और नाबाद 202 रन बनाए थे. मुंबई के लिए कप्तान अजिंक्य रहाणे के शून्य पर आउट होने के बाद पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए अय्यर ने धमाका कर दिया. पहले दिन के खेल में 152 रन बनाकर नाबाद लौटे इस बैटर ने दूसरे दिन अपनी डबल सेंचुरी पूरी की. 24 चौके और 9 छक्के यानी कुल 33 बाउंड्री जड़ते हुए उन्होंने 228 बॉल पर 233 रन की पारी खेल डाली.
अय्यर का दोहरा शतक
टीम इंडिया से बाहर चल रहे अय्यर ने फॉर्म में वापसी की है. महाराष्ट्र के खिलाफ अपने पिछले मैच में शतक लगाया था. इसके बाद उन्होंने त्रिपुरा के खिलाफ मैच को छोड़ दिया और अब ओडिशा के खिलाफ दोहरा शतक जमाया. अय्यर ने इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला था और सीरीज के बीच में ही अपनी पीठ की चोट के कारण बाहर हो गए थे. इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और उनका सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट भी समाप्त हो गया. ओडिशा के खिलाफ पहले दिन अय्यर ने तेज पारी खेलते हुए महज 101 बॉल पर शतक पूरा किया था जिसमें 18 चौके और चार छक्के शामिल थे. अय्यर ने 22 चौके और आठ छक्कों की मदद से 201 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया.