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4.5 लाख शादियां, 6 हजार करोड़ का कारोबार, बाजार में बूम ला देगा बैंड-बाजा-बारात का यह सीजन

देश की राजधानी दिल्ली के बाजारों में शादी के सीजन की शुरुआत के साथ ही रौनक बढ़ गई है. देव उठनी एकादशी से शुरू हुआ यह शादी का सीजन 18 दिनों तक चलेगा. व्यापारियों का अनुमान है कि इस बार शादी के मौसम लगभग 4.5 लाख शादियां दिल्‍ली में होंगी. बैंड-बाजा-बारात का यह सीजन बाजार के लिए 6 हजार करोड़ रुपये का बिजनेस लेकर आएगा. शादी सीजन के पहले दिन यानी देव उठनी एकादशी पर दिल्ली में लगभग 50,000 शादियां हुईं, जिससे बाजार में खासा उत्साह देखने को मिला.

इस बार बैंकेट हॉल, होटल, रेस्तरां और शादी स्थलों की बुकिंग में 40 फीसदी की जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिली है. इस साल शादी के 18 शुभ मुहूर्त हैं, जो पिछले वर्ष के मुकाबले ज्‍यादा हैं. इस कारण शादी और रोका जैसे समारोहों के लिए बड़ी संख्या में बुकिंग हो रही है.

व्‍यापार में जबरदस्‍त उछाल
टाइम्‍स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, चांदनी चौक के सांसद और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल का कहना है कि इस शादी के सीजन में कपड़े, आभूषण, सजावट, इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर, उपहार और कैटरिंग जैसे कई क्षेत्रों में व्यापार में उछाल की उम्मीद है. सीएआईटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भारतीय ने बताया कि इस बार व्यापारियों ने बड़े स्तर पर तैयारियाँ की हैं और उन्हें बिक्री में खासा इज़ाफ़ा होने की उम्मीद है.
बाजार की स्थिति दर्शाती है कि शादी का 20% खर्च दूल्हा और दुल्हन के परिवारों द्वारा वहन किया जाता है, जबकि 80% सेवा प्रदाताओं द्वारा किए गए शादी के प्रबंधनों पर खर्च होता है. बीसी भारतीय के अनुसार, यह खर्च का पैटर्न बाजार में नकदी की स्थिति को बनाए रखने में सहायक है. दिल्ली के चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने बताया कि इस बार बैंकेट हॉल, होटल, रेस्तरां और शादी स्थलों की बुकिंग पिछली बार से ज्‍यादा हुई है. ऐसा इस साल शादी के शुभ मुहूर्त की संख्‍या ज्‍यादा होने की वजह से हुआ है.

ट्रैफिक पुलिस ने की विशेष तैयारियां
ट्रैफिक पुलिस ने भी शादी के मौसम को देखते हुए विशेष तैयारियां की हैं. स्‍पेशल सीपी (ट्रैफिक) अजय चौधरी के अनुसार, पंजाबी बाग और छतरपुर प्रमुख शादी स्थल हैं, जहां भीड़ अधिक होती है. पुलिस ने यहां अतिक्रमण हटाने के अभियान चलाए हैं और पार्किंग की समस्याओं को दूर करने के लिए क्रेन तैनात की है ताकि ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू बनी रहे.