देश में सब्जियों के दाम सर्दियों में कम हो जाते हैं और आमतौर पर ऐसा हर साल होता है. इस साल नवंबर आधा बीत चुका है और गुलाबी सर्दियां अपना रंग दिखा रही हैं. ऐसे में सब्जियों के दाम की बात की जाए तो ये अभी कुछ नरम होने शुरू हो चुके हैं और कुछ मौसमी सब्जियों के दाम थोड़े-बहुत नीचे आ भी रहे हैं. घरों में रोज काम आने वाली रूटीन सब्जियों में से अगर प्याज के दाम देखें तो ये अभी भी ऊपरी लेवल पर हैं और इसके चलते आम लोगों को अभी भी जेब पर बोझ बढ़ता महसूस हो रहा है.
ICICI Bank की रिपोर्ट आई जो जगा रही डर
आईसीआईसीआई बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक इस नवंबर के बचे हुए दिनों में प्याज के दाम नीचे नहीं आएंगे. ये एक राहत वाली बात है कि अन्य सब्जियों के दाम में नवंबर में 4.1 फीसदी की गिरावट महीने-दर-महीने के आधार पर देखी जा सकती है. बैंक की ताजा मंथली रिपोर्ट में लिखा है कि अक्टूबर में कोर इंफ्लेशन रेट 6.21 फीसदी पर रहा है जो कि इसका 14 महीने का उच्च स्तर है. सितंबर में ये 5.49 फीसदी पर रही थी.
घरों में रोजाना काम आने वाली सब्जी प्याज को लेकर क्या है अनुमान
सितंबर में खाने के तेल और सब्जियों के दाम में लगातार ऊपरी तरफ का दबाव बनता देखा गया और मंडियों में सब्जियों की आवक कम होने का असर इनकी कीमतों के बढ़ने के तौर पर देखा गया है. वहीं ध्यान रखने वाली बात ये है कि अब जब टमाटर के दाम नीचे आ रहे हैं तो प्याज के दामों में ऊपरी तरफ का कीमतों का दबाव बना रहेगा जो कि पूरे नवंबर जारी रहने का अनुमान है.
सर्दियों में सब्जियों की आमद बढ़ी
सर्दियों में सब्जियों की आमद बढ़ जाती है मंडियों में ऐसा रुझान दिखने भी लगा है. पालक, गोभी, मेथी, बथुआ जैसी सब्जियों के दाम इस समय शुरुआती दौर में हैं लिहाजा थोड़े ऊंचे दिख रहे हैं लेकिन इसी हफ्ते इनके घटने का अनुमान है क्योंकि आपूर्ति खूब जमकर हो रही है और इनकी मांग के मुताबिक जमकर बिक्री होने की उम्मीद है. प्याज के लिए हालांकि महंगे बने रहने का अनुमान इसलिए भी है क्योंकि इसकी ताजा सप्लाई आने में समय लगेगा.