आने वाले दिनों में कई सामान महंगे और सस्ते हो सकते हैं, क्योंकि सरकार इन वस्तुओं पर जीएसटी की दरों को बदलने जा रही है. दरअसल, जीएसटी रेट्स को तर्कसंगत (Rate Rationalisation) बनाने के लिए गठित ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने 2 दिसंबर को कई सामानों पर दरों को घटाने-बढ़ाने की सिफारिश की है. हालांकि, इन पर अंतिम फैसला ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की रिपोर्ट पर 21 दिसंबर को होने वाली जीएसटी काउंसिल (GST Council) की बैठक लिया जाएगा. जीएसटी दरों को तर्कसंगत बनाने पर जीएसटी मंत्रियों के समूह (GoM) ने अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे दिया है, जिसमें 148 वस्तुओं पर कर दरों में व्यापक बदलाव की सिफारिश की गई है.
इसमें कपड़ा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव भी शामिल है. मनीकंट्रोल की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के अनुसार, तीन सूत्रों ने कहा कि दरों में बदलाव राजस्व-सकारात्मक होगा और 21 दिसंबर को आगामी जीएसटी परिषद की बैठक में इस पर चर्चा होने की संभावना है.
आम आदमी को मिलेगी राहत
एक सूत्र ने मनीकंट्रोल से कहा, “जीओएम ने कपड़ा, साइकिल, व्यायाम पुस्तकों की वस्तुओं की दरें कम करने का ध्यान रखा है जो आम आदमी के उपयोग में हैं, जबकि कई लक्जरी सामानों पर दर को 28 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव किया गया है. ”
कपड़े खरीदना होगा महंगा
एक अन्य सूत्र ने बताया, “जीओएम ने एक रिवाइज्ड स्लैब स्ट्रक्चर का सुझाव दिया है जो 1,500 रुपये तक के कपड़ा वस्तुओं के लिए 5 प्रतिशत की दर रखता है लेकिन 1,500 रुपये से 10,000 रुपये के बीच की कीमत वाले उत्पादों के लिए 18 प्रतिशत कर का प्रस्ताव करता है. 10,000 रुपये से अधिक कीमत वाले कपड़ों के लिए, रिपोर्ट में 28 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है, उन्हें लक्जरी सामानों के साथ रखा गया है. ”
वर्तमान में, कपड़ों के लिए जीएसटी रेट स्ट्रक्चर में 1,000 रुपये तक की कीमत वाली वस्तुओं पर 5 प्रतिशत टैक्स और 1,000 रुपये से अधिक कीमत वाली वस्तुओं पर 12 प्रतिशत टैक्स लागू होता है.
हाथ घड़ी और जूते होंगे महंगे
जीओएम ने महंगी रिस्ट वॉच और जूतों समेत कई लक्जरी वस्तुओं पर जीएसटी दरें बढ़ाने का सुझाव दिया है. इस बीच, आवश्यक उत्पादों को और अधिक किफायती बनाने के लिए, समूह ने साइकिल, व्यायाम से जुड़ी किताबें और पैकेज्ड पीने के पानी के बड़े पैक जैसी वस्तुओं पर जीएसटी कम करने का प्रस्ताव दिया है.
जीओएम ने 25,000 रुपये से अधिक कीमत वाली हाथ घड़ियों पर जीएसटी दर 18 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत करने का प्रस्ताव दिया है. इसी तरह, 15,000 रुपये से अधिक कीमत वाले जूतों पर भी टैक्स बढ़ोतरी होगी, जिसकी दर 18 प्रतिशत से बढ़कर 28 प्रतिशत हो जाएगी.
साइकिल पर कम होगा जीएसटी
दूसरी ओर, रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं पर राहत देने के लिए जीओएम ने 10,000 रुपये से कम कीमत वाली साइकिल पर जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने का प्रस्ताव दिया है. व्यायाम पुस्तकों और 20 लीटर से अधिक के पैकेज्ड पेयजल पर भी जीएसटी क्रमशः 12 प्रतिशत और 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया जाएगा.