ट्रेन से यूपी, बिहार, राजस्थान, पंजाब या देश के किसी भी अन्य राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों में जाने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खबर है. मोदी सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र में वेटिंग टिकट पर यात्रा करने वालों को बड़ा मैसेज दिया है. देश के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में साफ कह दिया है कि अब वेटिंग टिकट लेकर ट्रेनों के आरक्षित डिब्बों में आप यात्रा नहीं कर सकते हैं. वैष्णव ने कहा कि प्रतीक्षा सूची वाले यात्री ट्रेनों के आरक्षित डिब्बों में यात्रा करने के लिए अधिकृत नहीं हैं. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के प्रश्न के लिखित जवाब में वैष्णव ने यह बात कही.
रेल मंत्री ने राज्यसभा में बताया, ‘वेटिंग लिस्ट वाले यात्री ट्रेनों के रिजर्वेशन वाले डिब्बों में यात्रा करने के लिए अधिकृत नहीं है.’ आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में रेल मंत्री ने लिखित उत्तर दिया. वैष्णव ने आगे कहा, ‘अनारक्षित कोचेज में यात्रा करने वाले वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों या रिजर्व कोच में अनऑथराइज्ड रूप से यात्रा करते पाए गए यात्रियों की डिटेल रेलवे नहीं रखती.’
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा बयान
आपको बता दें कि बीते कुछ महीनों से ट्रेनों के रिजर्व कोचेज में वेटिंग टिकट लेकर चल रहे यात्रियों को टीटी के भरोसे ही रहना पड़ रहा है. टीटी के पास अधिकार आ गया है कि वह वेटिंग टिकट वाले यात्री को बॉगी से बाहर भी कर सकता है. हालांकि, अभी तक यह नियम सख्ती से लागू नहीं हुआ है. अभी टीटी के साथ सांठगांठ कर यात्री वेटिंग टिकट पर भी यात्रा कर लेते हैं. खासकर यूपी-बिहार के रूट्स यह प्रयोग खूब हो रहा है.
क्या वेटिंग टिकट लेकर ट्रेन में नहीं बैठ सकते हैं?
आपको बता दें संजय सिंह ने रेल मंत्री से सवाल पूछा था कि पिछले तीन वर्षों में देश में उन यात्रियों की कुल संख्या का विवरण दिया जाए, जिन्होंने कन्फर्म टिकटों की अनुपलब्धता के कारण प्रतीक्षा सूची वाले टिकटों के साथ यात्रा करनी पड़ी? इसके साथ ही संजय सिंह ने पूछा था कि प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने क्या प्रयास किए? इन दोनों प्रश्नों के जवाब में रेल मंत्री ने कहा, ‘भारतीय रेलवे कोपर चलने वाली सभी ट्रेनों की प्रतीक्षा सूची की स्थिति की नियमित आधार पर निगरानी करती है.’
कुलमिलाकर अब दिवाली, छठ और दशहरा में यूपी-बिहार जाने वाले पैसेंजरों को वेटिंग टिकट लेकर यात्रा करना महंगा पड़ सकता है. रेलवे हर साल दिवाली और छठ पूजा के मौके पर स्पेशल ट्रेनों का संचालन करती है. लेकिन, इसके बावजूद भी यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. हर साल यूपी-बिहार के अलग-अलग शहरों के लिए ट्रेनें चलती तो हैं, लेकिन इसके बावजूद वेटिंग टिकट लेकर यात्रा करने वाले पैसेंजरों की भरमार रहती है.