बांग्लादेश लगातार भारत के साथ अपना संबंध खराब कर रहा है. हाल के दिनों में बांग्लादेश ने जिस तरह के फैसले लिए हैं उससे साफ झलक रहा है कि बांग्लादेश पाकिस्तान के नजदीक जा रहा है. कहा यह भी जा सकता है कि बांग्लादेश पाकिस्तान से एकतरफा मोहब्बत कर रहा है. इसी साल सितंबर में पाकिस्तान ने घोषणा की थी कि बांग्लादेशी बिना किसी वीजा शुल्क के पड़ोसी देश की यात्रा कर सकेंगे. इसके बाद इसके बाद अंतरिम सरकार ने बांग्लादेशी वीजा के लिए आवेदन करने से पहले पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सुरक्षा मंजूरी प्राप्त करने की आवश्यकता को हटा दिया है. और अब बांग्लादेश ने भारत से अपने 2 राजनियक को वापस बुला लिया है.
खबर है कि बांग्लादेश ने भारत से अपने दो राजनयिक को वापस बुलाया है. यह फैसला बांग्लादेश ने तब लिया है जब दोनों देश के बीच तनाव बढ़ रहा है. बांग्लादेश ने पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा से अपने दो राजनयिक को वापस बुलाया है.
दुनिया का साधने चला बांग्लादेश
इधर भारत के साथ तनाव के बीच बांग्लादेश दुनिया को साधने चला है. बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस 27 यूरोपियन देशों के राजनयिकों से मिलेंगे. यूनुस 9 दिसंबर को ढाका में यूरोपियन देशों के राजनयिकों से मिलेंगे. 27 यूरोपियन देशों राजनयिकों में 20 राजनयिक दिल्ली में मौजूद हैं जबकि 7 ढाका में. बैठक का मकसद बांग्लादेश और यूरोपियन देशों के बीच सहयोग को बढ़ाना है.
क्यों बांग्लादेश ने भारत से बुलाए डिप्लोमेट्स?
मालूम हो कि हाल ही में त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में बांग्लादेश के राजनयिक मिशन में तोड़फोड़ हुई थी. बाद में इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. कैम्पस में घुसपैठ के मामले में 4 पुलिस अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई थी. वहीं, बांग्लादेश में भारतीय उच्चायुक्त को तलब कर घटना का विरोध जताया गया था. साथ ही बांग्लादेश ने अगरतला में अपनी काउंसलर सर्विस भी बंद करने का ऐलान किया था. अब बांग्लादेश ने त्रिपुरा से अपने डिप्लोमेट को वापस बुला लिया है.
क्या फिर पूर्वी पाकिस्तान बनने की राह पर है बांग्लादेश?
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक पर एक बार हिंसा बढ़ गई है. शेख हसीना सरकार की तख्तापलट के बाद से बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं. इतिहास में जाएं तो बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा के कारण से ही भारत ने हस्तक्षेप किया था. जिसके बाद पूर्वी पाकिस्तान नाम की जगह खत्म हो गई और बांग्लादेश का उदय हुआ. एक बार फिर हिंसा की आग में बांग्लादेश झुलस रहा है. सरकार के फैसले भी यही संकेत दे रहे हैं कि बांग्लादेश पूर्वी पाकिस्तान बनने की राह पर है. पाकिस्तान से बढ़ती नजदीकियां भी यही इशारा कर रही हैं.