दिल्ली से करीब 4500 किलोमीटर दूर दो दिनों से 400 यात्री फंसे हैं. वह अब भी भारत आने का इंतजार कर रहे हैं. दरअसल, इंडिगो की फ्लाइट से इस्तांबुल से दिल्ली और मुंबई आने वाले लगभग 400 यात्री तुर्की एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं. करीब दो दिन हो गए हैं और ये लोग अब भी एयरपोर्ट पर ही हैं. इन यात्रियों को अब तक नहीं पता कि वे भारत कब आएंगे. जब इन यात्रियों को कोई चारा नहीं दिखा तो उन्होंने अपना अनुभव और दुख बताने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है. इस्तांबुल में फंसे परेशान यात्रियों का कहना है कि इंडिगो को इसे लेकर माफी मांगनी चाहिए और मुआवजा देना चाहिए.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, इन 400 यात्रियों को बुधवार रात दिल्ली की फ्लाइट 6E12 से और मुंबई की फ्लाइट 6E18 से रवाना होना था. मगर शुक्रवार रात तक इंडिगो की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया कि इन यात्रियों को भारत कब भेजा जाएगा. यात्रियों में से एक शुभम बंसल ने लिंक्डइन पर लिखा, ‘मैं इस्तांबुल में फंसे 400 यात्रियों में से एक हूं. इंडिगो की तरफ से कोई प्रतिक्रिया या अपडेट नहीं है. क्या आप एयरलाइन इस तरह चलाते हैं?’
एक और फंसी हुई यात्री अनुश्री भंसाली ने सोशल मीडिया पर कहा कि फ्लाइट पहले एक घंटे की देरी से आई, फिर उसे रद्द कर दिया गया और आखिरकार 12 घंटे बाद रिशेड्यूल किया गया. अन्नुश्री भंसाली ने अपनी थकान और बुखार का भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि यात्रियों को न तो रहने की व्यवस्था दी गई, न ही खाने का पैकेट दिया गया और न ही एयरपोर्ट पर इंडिगो के किसी प्रतिनिधि ने उनसे संपर्क किया.
इस बीच इंडिगो ने शुक्रवार रात को एक बयान जारी किया. इंडिगो ने कहा, ‘तकनीकी खराबी की वजह से मुंबई और दिल्ली से इस्तांबुल जाने वाली इंडिगो की उड़ानों में देरी हुई. इसकी वजह से वापसी वाली उड़ानों में भी देरी हुई. ग्राहकों को इसकी जानकारी देने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए. जहां तक संभव हो सका, उन्हें जलपान और ठहरने की सुविधा दी गई. ग्राहकों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है. हम उनकी समझ और धैर्य की सराहना करते हैं. सभी ऑपरेशन अब सामान्य हो गए हैं.’